नई दिल्ली (New Dehli) । राजधानी दिल्ली (Delhi) में जी20 सम्मेलन के दौरान यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने वालों, यूक्रेन (ukraine ) से लौटे एमबीबीएस (MBBS) के छात्रों और लेफ्ट विंग (left wing) के संगठनों पर कड़ी नजर (vision) रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस को प्रदर्शन ( Display) की आशंका है। राजधानी दिल्ली में शुक्रवार यानी 8 सितंबर से 10 सितंबर तक जी20 सम्मेलन होने जा रहा है। इसमें हिस्सा लेने के लिए दुनियाभर के 40 देशों से प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं। इसें अमेरिका, कनाडा, यूके और फ्रांस के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल हैं। जी20 सम्मेलन को लेकर राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। इसके अलावा कई तरह के प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के अधिकारियों का कहना है कि जी20 सम्मेलन के दौरान प्रदर्शन करने वालों में यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र और यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस छात्र शामिल हो सकते हैं। इसी वजह से उनपर खास नजर रखी जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि लेफ्ट विंग के लोग कार्यक्रम स्थल के आसपास प्रदर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा तिब्बती लोग चीन का विरोध कर सकते हैं। यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र सीसैट जनरल स्टडीज के दूसरे पेपर में 33 फीसदी मार्क्स लाना अनिवार्य किए जाने के विरोध में हैं। ऐसे में वे भी प्रदर्शन कर सकते हैं। वहीं रूस से युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन से लौटे छात्र रूस के प्रतिनिधियों का विरोध कर सकते हैं।
दिल्ली पुलिस की इंटरनल रिपोर्ट के मुताबिक 22 ऐसे अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं जिन के 200 सदस्य प्रदर्शन करने को तैयार हैं। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने सारी जानकारियों जुटा ली हैं और सुरक्षा के लिहाज से सारे इंतजाम किए जा चुके हैं। एक अधिकारी ने कहा, छोटे-छुटे समूहों पर भी नजर रखी जा रही है। जो भी लोग प्रदर्शन कर सकते हैं उनपर कड़ी निगरानी है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने पहले ही स्पष्ट किया है कि जी20 सम्मेलन के दौरान किसी भी तरह के प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी जाएगी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पुलिस सोशल मीडिया पर भी नगरानी कर रही है। इसके अलावा ड्रोन से सुरक्षा के लिए ऊंची इमारतों पर तैनाती की गई है। इसके अलावा राजधानी के आसपास के पुलिस स्टेशन भी अलर्ट पर हैं। पुलिस ने होटलों की सुरक्षा की भी व्यवस्था की है। जिस होटल में चीन के प्रतिनिधि रुक रहे हैं वहां सुरक्षा चाकचौबंद है। इसके अलावा खालिस्तान समर्थक भी हिट लिस्ट में हैं जिनपर नजर रखी जा रही है।
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