भोपाल। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को लेकर नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके लिए शेडयूल भी बना लिया है। 1 से 31 मार्च के बीच कभी भी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीमें दस्तक दे सकती है। इसके अनुसार नगरीय निकायों को 25 फरवरी तक स्वच्छता से संबंधित दस्तावेजों को केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड करने का समय दिया गया था। मैदानी सत्यापन निर्धारित एजेंसी के माध्यम से निकायों में एक मार्च से प्रारंभ होगा।
जीपीएस के आधार पर होगा सर्वे
नगर निगम द्वारा सर्वेक्षण के पूर्व शहर के व्यापारिक व आवासीय क्षेत्र, स्लम बस्ती, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक स्थानों, नदी व नालों संबंधित सारी जानकारी स्वच्छ सर्वेक्षण के पोर्टल पर अपलोड कर दी गई। इस बार सर्वेक्षण की टीमें जीपीएस के आधार पर शहर के अलग-अलग इलाकों में सर्वेक्षण के लिए पहुंचेगी। इस वजह से जीपीएस आधारित लोकेशन का डेटा पोर्टल पर अपलोड किया गया है।
सिटीजन फीडबैक दिया
नगर निगम ने कचरे के सेग्रीगेशन, कलेक्शन, प्रोसेसिंग से लेकर वॉटर प्लस सिटी और सेवन स्टार रेटिंग से संबंधित दस्तावेज अपलोड कर दिए। इसके बाद शनिवार को सिटीजन फीडबैक की शुरुआत हो गई। स्वच्छता के पैमानों पर लोग फीडबैक दे रहे हैं। अपर आयुक्त एमपी सिंह ने बताया, डॉक्यूमेंट अपलोड कर दिए गए हैं। फील्ड वेरिफिकेशन के लिए तैयारी की जा रही है।
सजावट पर जोर
फील्ड वेरिफिकेशन से पहले निगम ने सफाई और सजावट को लेकर ताकत झौंक दी है। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन पर खास जोर दिया जा रहा है। सूखा और गीला कचरा अलग-अलग लिए जा रहे हैं। गाडिय़ों के गली-मोहल्लों में पहुंचने की टाइमिंग भी ठीक की गई है। इसके अलावा पार्कों की सजावट, नए पार्कों में इनोवेशन, फुटपॉथ और सेंट्रल वर्ज की धुलाई, डिवाइडर का रंगरोगन किया जा रहा है। भानपुर खंती के आसपास के एरिए को बेहतर किया जा रहा है तो आदमपुर छावनी में कचरे के निपटान पर जोर दिया जा रहा है। कजलीखेड़ा में मलबे से पेविंग ब्लॉक और ईंटें बनाई जा रही हैं।
अबकी बार 7500 अंकों का सर्वेक्षण
अबकी बार सर्वेक्षण 6000 की बजाए 7500 अंकों का होगा। इसमें जनता से फीडबैक, खुले में शौच, डोर-टू-डोर कचरा कनेक्शन, सौंदर्यीकरण जैसे प्रमुख बिंदू शामिल हैं। इनके अलावा इनोवेशन और दस्तावेजों के आधार पर भी अंक मिलेंगे।
पिछले सर्वेक्षण में प्रदेश को मिले थे 35 अवॉर्ड
पिछले सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश को कुल 35 अवॉर्ड मिले थे। वहीं, इंदौर शहर देशभर में 5वीं बार नंबर-1 पर रहा था। राजधानी भोपाल 7वें, ग्वालियर 15वें और जबलपुर 20वें नंबर पर रहा था। 2022 के सर्वेक्षण में प्रदेश को 50 से ज्यादा अवॉर्ड मिलने की संभावना है।
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