भोपाल। शहर की स्वच्छता में रैंकिंग बढ़ाने के लिए भेजा जा रहा सिटीजन फीडबैक सर्वर डाउन होने के कारण नहीं पहुंच पा रहा है। क्योंकि एक ही वेबसाइट पर इस समय पूरे देशभर में दस्तावेजीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसी वेबसाइट पर सिटीजन फीडबैक भी दिया जा रहा है, जबकि पहले सिटीजन फीडबैक व दस्तावेजीकरण के लिए अलग-अलग वेबसाइट थीं। जिसके कारण आसानी से फीडबैक व दस्तावेजीकरण पूर्ण हो जाता था। वहीं केंद्र सरकार ने दस्तावेजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाकर 25 मार्च कर दी है। इसके चलते उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल में ही स्वच्छ सर्वेक्षण होगा।
एसबीएमयूआरबीएन डॉट ओआरजी वेबसाइट पर इस वर्ष पूरे देशभर से स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए दस्तावेजीकरण का कार्य किया जा रहा है। साथ ही देशभर से लोगों द्वारा चारों वेबसाइट पर दिया जा रहा फीडबैक भी इसी पर पहुंच रहा है। इसके कारण सर्वर डाउन चल रहा है। जिसके चलते देशभर में फीडबैक देने में परेशानी आ रही है। वहीं ग्वालियर भी सिटीजन फीडबैक के मामले में काफी पिछड़ी हुई स्थिति में है।
सर्वे की तिथि बढऩे से अधिकारियों का उत्साह ठंडा
स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए मार्च के शुरुआत में ही टीमों के आने की संभावना जताई जा रही थी। इसके चलते सभी अधिकारी व वार्ड मानीटर पूरी दमखम से मैदान में कार्य कर रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे दस्तावेजीकरण की तिथि बढ़ती जा रही है, उसी के साथ अधिकारियों का उत्साह भी ठंडा होता जा रहा है। इसके चलते वार्ड मानीटर भी पूरी तरह से सजग नहीं है। इसका सीधा असर स्वच्छ सर्वेक्षण पर पड़ सकता है।
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