174वें स्थान से नंबर वन बनना अद्भूत कार्य, भारत सरकार के सचिव हो गए गद-गद
इन्दौर। स्वच्छता (Cleanliness) के मामले में इन्दौर (Indore) शहर ने जो चमत्कार (Miracle) दिखाया, उसके साक्षी भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय के सचिव और अन्य आला अफसर बने। उन्होंने दिल खोलकर प्रशंसा की और कहा कि जहां इन्दौर पहले स्वच्छता सर्वेक्षण में 174वें स्थान पर आया था, वहीं उसने न सिर्फ नंबर का खिताब हासिल किया, बल्कि चार बार के बाद अब पांचवीं बार भी नंबर वन का सबसे बड़ा दावेदार है। इन्दौर के स्वच्छता मॉडल ( Cleanliness Model) का डंका अब पूरे देश में बजेगा और आगामी पांच वर्ष तक इसी मॉडल पर काम होगा। दिल्ली के अफसर कान्ह के तट पर कल रात आकर्षक रोशनी, आतिशबाजी में भी शामिल हुए।
मिश्रा ने कहा कि आज इन्दौर में नई तकनीक देखने को मिली और यहां के नागरिकों ने प्रेरणादायक कार्य किया है। इन्दौर ने मुझे अभिभूत कर दिया और अब आने वाले पांच सालों तक इन्दौर की स्वच्छता के माडल पर ही पूरे देश में काम किया जाएगा, उन्होंने इन्दौर के अफसरों की भी प्रशंसा की और कहा कि जब यहां पहले मनीषसिंह (Manish Singh) निगम कमिश्नर थे तो उनके द्वारा किए गए काम के बाद ऐसा लगा कि उनके तबादले के बाद कहीं स्वच्छता रैंकिंग में बदलाव न आ जाए, लेकिन उसके बाद आए आशीषसिंह (Ashish Singh) और फिर अब प्रतिभा पाल (Pratibha Pal) ने स्वच्छता के साथ विकास कार्यों में बेहतर काम किया और मैं कह सकता हूं कि प्रतिभा तो प्रतिभावान निकली, जिन्होंने साफ सफाई के साथ नदी शुद्धिकरण कार्य पर बहुत ही बेहतर काम किया है। इन्दौर का यह काम एक स्टडी और सीख है, जिसको लेकर अब पूरे देश में स्वच्छता के लिए काम करेंगे।
कलेक्टर और निगमायुक्त ने साइकिल से कराया दौरा
आज सुबह 6 बजे कलेक्टर मनीषसिंह और निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा (Durgashankar Mishra) को साइकिल पर शहर के कई स्थानों का अवलोकन कराया। होटल रेडिसन से यह दोनों अधिकारी अलग-अलग साइकिल से सबसे पहले रसोमा नाले पर पहुंचे और वहां हुए कार्यों का अवलोकन किया। उसके बाद बीआरटीएस कॉरिडोर होते हुए पलासिया चौराहा, गीता भवन और आदर्श रोड का भी अवलोकन किया। उसके पूर्व दिल्ली के अफसरों को नदी सफाई, नाला टेपिंग से लेकर अन्य तमाम प्रोजेक्टों का प्रेजेन्टेशन भी दिया गया।
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