संगरूर: पंजाब के संगरूर (Sangrur in Punjab) में किसानों और पुलिस (farmers and police) के बीच हुई झड़प में एक 60 वर्षीय किसान की मौत हो गई है. इस घटना में एक अन्य किसान गंभीर रूप से घायल (Other farmers seriously injured) हुआ है, वहीं पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर (Inspector of Punjab Police) को भी गंभीर चोटें आई हैं. कई किसान और कई पुलिस अधिकारी (many police officers) भी इस झड़प में गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. संगरूर के लोंगवाल गांव में किसानों और पुलिस के बीच ये झड़प हुई थी.
लोगोंवाल गांव में मारे गए किसान की पहचान प्रीतम सिंह के तौर पर हुई है. पुलिस का इस घटना पर कहना है कि प्रीतम सिंह किसानों की अपनी गलती की वजह से ही दुर्घटनाग्रस्त हुआ है और ट्रैक्टर ट्राली के नीचे आने से उसकी जान गई है. वहीं किसानों का कहना है कि पुलिस ने किसानों को जबरन रोकने का प्रयास किया और बल प्रयोग किया और इस दौरान प्रीतम सिंह ट्रैक्टर ट्राली के नीचे आ गया.
पिछले दिनों किसान यूनियन की तरफ से अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के साथ चंडीगढ़ में एक मीटिंग रखी गई थी, जो कि बेनतीजा रही. इसके बाद आज यानी सोमवार को किसानों की तरफ से चंडीगढ़ में बड़े स्तर पर प्रदर्शन रखा गया था. हालांकि प्रशासन की तरफ से पहले ही संगरूर के गांव लोंगोवाल में भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद के अध्यक्ष जसविंदर सिंह सोमा को नजरबंद कर लिया गया था, ताकि वो चंडीगढ़ प्रदर्शन के लिए अपने घर से निकल न सकें.
जसविंदर सिंह सोमा को नजरबंद किए जाने के बाद लगातार किसान और पुलिस के बीच तकरार बढ़ता गया, जिसके बाद हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस और किसानों के बीच झड़प शुरू हो गई. इस झड़प में एक किसान की मौत की जानकारी भी मिली है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार किसानों की तरफ से पुलिस अधिकारियों के ऊपर ट्रैक्टर चलाए जाने की भी खबर है. वहीं इसी के जवाब में पुलिस की तरफ से किसानों पर लाठीचार्ज किया गया था.
फिलहाल पूरे गांव में पुलिस प्रशासन तैनात है. अब के हालात ऐसे हैं कि ज्यादातर किसान पुलिस की तरफ से गिरफ्तार कर लिए गए हैं और कई किसान इधर-उधर भाग गए हैं. जख्मी लोगों में कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं और सभी को अस्पताल ले जाया गया है. सिर्फ संगरूर ही नहीं, पुलिस ने पंजाब के अलग-अलग जिलों से किसान नेताओं को चंडीगढ़ में इकट्ठा होने से रोका है. जानकारी के मुताबिक 22 अगस्त को पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के किसान संगठनों के प्रस्तावित चंडीगढ़ मार्च से पहले कुरुक्षेत्र और अंबाला से भी बड़ी संख्या में किसान नेताओं को हरियाणा से चंडीगढ़ आने से रोका गया है और हिरासत में लिया गया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved