बेंगलुरु । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy) देश में (In the Country) जीवन का हिस्सा है (Is Part of Life) । पुन: उपयोग, पुनर्चक्रण (Reuse, Recycling) हमारे शिष्टाचार हैं (Are Our Manners) । उन्होंने कहा कि, हरित विकास और ऊर्जा परिवर्तन की दिशा में भारत का प्रयास इसके मूल्यों को दर्शाता है । वह बेंगलुरू अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र (बीआईईसी) में भारत ऊर्जा सप्ताह का उद्घाटन करने के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, बेंगलुरु प्रौद्योगिकी, प्रतिभा और नवाचार ऊर्जा के साथ प्रतिध्वनित होता है। मेरी तरह, आप भी शहर की युवावस्था का अनुभव कर सकते हैं। भारत नए ऊर्जा स्रोतों और ऊर्जा परिवर्तन के नवाचार के लिए सशक्त आवाजों में से एक है। उन्होंने रेखांकित किया,महामारी के बावजूद, 2022 में भारत ने बाहरी परिस्थितियों को संभाला और आंतरिक लचीलेपन के साथ सभी चुनौतियों का सामना किया गया।
पीएम मोदी ने कहा, करोड़ों गरीब लोगों को गरीबी से हटाकर मध्यम वर्ग में लाया गया है। भारत में जीवन की गुणवत्ता में बदलाव आया है। देश में सबसे बड़ा आकांक्षी वर्ग होगा, जो बेहतर उत्पाद, बेहतर सेवाएं और बेहतर बुनियादी ढांचा चाहता है। पीएम मोदी ने कहा कि इंटरनेशनल एनर्जी एसोसिएशन ने भविष्यवाणी की है कि इस दशक तक भारत की ऊर्जा मांग दुनिया में सबसे ज्यादा होगी। उन्होंने कहा, ऊर्जा क्षेत्र में सभी निवेशकों, हितधारकों के लिए भारत एक नया अवसर है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि ऊर्जा क्षेत्र के संबंध में एक राष्ट्र-एक ग्रिड के विजन को साकार करने का प्रयास किया जा रहा है।
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