नई दिल्ली (New Delhi)। आजकल के दौर में बेहद कम उम्र के युवाओं (very young people) के बीच भी कोलेस्ट्रॉल की बीमारी तेजी से बढ़ (Cholesterol disease is increasing rapidly) रही है. कोलेस्ट्रॉल एक मोम और वसा जैसा पदार्थ (waxy substance) होता है जो आपके शरीर की सभी कोशिकाओं (all cells of the body) में पाया जाता है. आपका लिवर कोलेस्ट्रॉल बनाता है और यह कुछ खाद्य पदार्थों जैसे मांस और डेयरी उत्पादों में भी होता है. आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है. लेकिन अगर आपके रक्त में बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगे तो यह धमनियों और हृदय रोग का कारण बन सकता है।
गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल क्या है
लो डेंसिटी लीपोप्रोटीन (एलडीएल) और हाई डेंसिटी लीपोप्रोटीन (एचडीएल) दो प्रकार के लिपोप्रोटीन होते हैं. यह वसा (लिपिड) और प्रोटीन का एक संयोजन हैं. एलडीएल का मतलब कम घनत्व वाला लिपोप्रोटीन है जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है. एचडीएल का मतलब उच्च घनत्व वाला लिपोप्रोटीन है जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि यह आपके शरीर के अन्य भागों से कोलेस्ट्रॉल को वापस आपके लिवर में ले जाता है जिसके बाद आपका लिवर आपके शरीर से कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकाल देता है।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करेंगे ये फूड्स
चिया सीड्स ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर चिया सीड्स वजन घटाने के मामले में खूब पॉपुलर हैं. लेकिन इसके फायदे सिर्फ इतने तक सीमित नहीं हैं बल्कि यह डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट डिसीस, इम्युनिटी बूस्टर, पाचन, बालों और स्किन को स्वस्थ रखने में भी काफी मदद करते हैं. घुलनशील फाइबर से भरपूर ये बीज शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं जबकि ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत को दुरुस्त रखता है. इसके अतिरिक्त चिया सीड्स में सूजन को रोकने वाले गुण भी पाए जाते हैं जो ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाते हैं. इसलिए कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित मरीजों का इनका सेवन जरूर करना चाहिए।
ओट्स
ओट्स में घुलनशील फाइबर होता है, जो एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. घुलनशील फाइबर आपके रक्तप्रवाह में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को भी कम करता है. इसलिए हर किसी को रोजाना पांच से 10 ग्राम या अधिक घुलनशील फाइबर का जरूर सेवन करना चाहिए. घुलनशील फाइबर राजमा, दालों, स्प्राउट्स, सेब और नाशपाती जैसे खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है।
ड्राई फ्रूट्स
बादाम और अन्य सूखे मेवे भी कोलेस्ट्रॉल में सुधार कर सकते हैं. अध्ययनों से पता चला है कि अखरोट, जिसमें ओमेगा -3 वसा होता है, हृदय की रक्षा करने में मदद कर सकता है और ऐसे लोगों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम करता है जिन्हें पहले से ही हृदय रोग है. बादाम, काजू, अखरोट और मखाना समेत सभी मेवों में हेल्दी फैट और काफी फाइबर होता है इसलिए स्वस्थ जीवन जीने के लिए ड्राई फ्रूट्स का नियमित तौर पर सेवन जरूर करना चाहिए।
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