उज्जैन। चैत्र मास के तीसरे बुधवार को आज भगवान श्री चिंतामण गणेश की तीसरी जत्रा है। इस अवसर पर आज सुबह भगवान श्रीगणेश का पूर्ण स्वरूप में श्रृंगार हुआ और भोग लगाने तथा आरती के पश्चात दर्शनों का सिलसिला शुरु हुआ। लक्ष्मण बावड़ी स्थित चिंताहरण गणेश का भी मनमोहक श्रृंगार किया गया। सुबह से यहाँ भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
चिंतामण गणेश के पुजारी पं. ईश्वर गुरु ने बताया कि चैत्र मास के तृतीय बुधवार पर आज भगवान चिंतामण गणेश की तीसरी जत्रा का आयोजन हो रहा है। आज तड़के 4 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद भगवान गणेश का पंचामृत अभिषेक किया गया और पूजन के बाद पूर्ण स्वरूप में श्रृंगार किया गया। चिंतामण मंदिर परिसर स्थित लक्ष्मण बावड़ी में विराजित भगवान चिंताहरण गणेश का भी अभिषेक पूजन कर श्रृंगार किया गया। इसके उपरांत गणेशजी को छप्पन भोग लगाए गए और सुबह 6 बजे से श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था शुरु की गई। उन्होंने बताया कि आज सुबह से ही यहाँ हजारों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन के लिए आने लगे। अगले बुधवार 13 अप्रैल को चिंतामण गणेश आखिरी जत्रा शाही जत्रा के रूप में आयोजित होगी।
मंदिर के मुख्य द्वार के सामने कचरे के ढेर
चिंतामण गणेश मंदिर जत्रा के दौरान पिछले दो हफ्तों से 25 से 30 हजार श्रद्धालु प्रत्येक यात्रा में दर्शन के लिए यहाँ पहुँच रहे थे। आज भी हजारों श्रद्धालु रात 10 बजे तक यहाँ दर्शन करने आएँगे। पूरे शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी नगर निगम कर रहा है। अगले हफ्ते सर्वे दल भी दिल्ली से आने वाला है। अधिकारियों का पूरा ध्यान शहर की आंतरिक सफाई व्यवस्था पर है। परंतु चिंतामण मंदिर के आसपास सफाई पर जरा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। आज सुबह जब श्रद्धालु चिंतामण गणेश के दर्शन करने पहुँचे तो मुख्य द्वार के सामने सड़क के एक ओर लगभग डेढ़ से दो किलोमीटर के दायरे में कचरा ही कचरा फैला नजर आ रहा था। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि चैत्र मास में यहाँ सड़कों की तो सफाई हो रही है लेकिन सड़क किनारे से नगर निगम कचरा नहीं उठवा रही इस कारण ढेर लग गई है।
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