- आज तिल चतुर्थी : गणेश मंदिरों में विशेष आयोजन-सुबह से लग रही है भीड़
- विशेष श्रृंगार कर एक क्विंटल तिल्ली के लड्डुओं का प्रसाद श्रद्धालुओं को किया जा रहा वितरित
उज्जैन। आज माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर चिंतामण गणेश मंदिर पर सुबह से दर्शनों के लिए भीड़ लगी हुई है। सुबह भगवान का विशेष श्रृंगार करने के बाद छप्पन भोग लगाए गए तथा दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया।
मंदिर के पुजारी पं. ईश्वर शर्मा ने बताया कि आज माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। इसे तिल चतुर्थी या संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है। वर्ष में चार बड़ी चतुर्थी आती है। इनमें से तिल चतुर्थी को सबसे बड़ा माना जाता है। आज के दिन भगवान श्रीगणेश की आराधना करने का श्रद्धालुओं को विशेष फल प्राप्त होता है तथा मनोकामनाएं पूरी होती है। इधर तिल चतुर्थी पर आज सुबह से चिंतामन गणेश मंदिर सहित अन्य सभी गणेश मंदिरों में अभिषेक, पूजन, श्रृंगार के साथ महाभोग लगाने तथा दर्शन का क्रम शुरू हो गया है। आज संकष्टी चतुर्थी पर आज सुबह तड़के 4 बजे मंदिर के पट खोले गए। इसके बाद भगवान का अभिषेक कर मनोहारी श्रृंगार किया गया है। आरती के उपरांत भगवान गणेश को तिल से निर्मित पकवानों के 56 भोग लगाए गए हैं और सवा क्ंिवटल तिल के लड्डुओं का महाभोग लगाया जा रहा है। सुबह से यहाँ दर्शनों का सिलसिला आरंभ हो गया है और मंदिर को आकर्षक विद्युत रोशनी और फूलों से सजाया गया है। इसके अलावा लक्ष्मण बावड़ी स्थित विघ्नहर्ता गणेशजी पर सुबह चोला श्रृंगार कर छप्पन भोग लगाए तथा भगवान को आकर्षक रूप से सजाया गया है। इसके अलावा मंदिर परिसर में भजन कीर्तन का दौर चल रहा है तथा श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जा रहा है। उक्त मंदिर पर स्थापित गणेश प्रतिमा भगवान राम लक्ष्मण और सीताजी द्वारा पूजित है और उनके द्वारा ही स्थापित की गई थी। यहाँ दर्शन करने से विशेष फल प्राप्त होता है।