ताइपे: चीन के सिविलियन्स ड्रोन बार-बार ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश में लगे हैं. हाल ही में ताइवान ने भी चीनी ड्रोन पर गोलीबारी कर चीन के सामने अपना दम दिखाया है. ड्रोन से हो रही घुसपैठ का जवाब देने के लिए ताइवान ने 45 ठिकानों पर ऐंटी ड्रोन सिस्टम लगाने की तैयारी की है.
द डिफेंस पोस्ट के मुताबिक द्वीप के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि ताइवान की सेना ने पहली बार चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के ड्रोन पर हमला किया, जब उसने ताइवान के नियंत्रण वाले किनमेन द्वीप में घुसपैठ करने की कोशिश की वहीं ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने भी कहा है कि देश चीन द्वारा संभावित आक्रमण के खिलाफ अपनी रक्षा करने के लिए दृढ़ है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर ताइवान के खिलाफ आक्रामक तरीके से कार्रवाई की जाती है तो दुश्मनों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
रिपोर्ट में बताया गया है कि ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (MND) ने घोषणा की है कि देश अगले साल यानी 2023 तक सैन्य ठिकानों पर एक नया ड्रोन-विरोधी सिस्टम तैनात किया जाएगा. यह एंटी-ड्रोन गन दुश्मन के ड्रोन के सिग्नल को जाम कर देता है जिसके बाद उसे उड़ाने वाले को ठीक से संपर्क नहीं मिल और वह खुद ब खुद नीचे गिर जाता है. इसको तैनात करने की घोषण तब हुई है जब चीनी ड्रोन जासूसी करने के लिए ताइवान के क्षेत्र में पाए जा रहे हैं.
अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी के दौरे के बाद से चीन ने ताइवान स्ट्रेट में अपनी हरकतें तेज कर दी हैं. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक ताइवान क्षेत्र के रक्षा प्राधिकरण द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, 26 अगस्त को द्वीप के चारों ओर आठ PLA (People’s Liberation Army) नौसेना के जहाजों और 35 विमानों का पता लगाया गया था, जिनमें से 18 विमान ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait)और द्वीप के वायु रक्षा क्षेत्र में देखा गया था.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved