नई दिल्ली: चीन की किसी भी हिमाकत का करारा जवाब देने के लिए भारत ने भी अपनी तैयारी पूरी कर रखी है. LAC पर भारत पूरी तरह से सर्तक है और इसीलिए सिलीगुड़ी में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को अलर्ट पर रखा गया है. यही नहीं भारत ने अग्रिम मोर्चे पर L-70 एयर डिफेंस गन भी तैनात कर दी है. इसके साथ तेजपुर में SU-30 और हाशीमारा में राफेल फाइटर प्लेन को स्टैंडबाई पर रखा गया है.
चीन से तनाव के बीच भारतीय सेना एलएसी पर तेजी से काम कर रही है. सेना की ओर से इस इलाके में सर्दी को देखते हुए भी सैनिकों के लिए इंतजाम किए गए हैं. साथ ही वहां मौजूद हथियारों और रक्षा उपकरणों को बेहतर ढंग से रखने के मामले में भी काम हो रहा है. एलएसी तक पहुंचने वाले रास्तों को भी दुरुस्त किया गया है. ताकि जरूरत पड़ने पर किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े.
LAC पर इंडिया की तैयारी
इसके साथ ही टैंक, तोपों और दूसरे हथियारों को रखने के लिए भी बेहतर जगहें बनाई जा रही हैं. सेना गोला बारूद रखने के लिए जमीन की नीचे भी जगहें बना रही है. वहीं वायुसेना के लिए एयरफील्ड, सैनिकों के लिए पक्की और नई सड़कें, पुल और सुरंगें भी बनाई जा रही हैं. ताकि इस दूर के इलाके तक आसानी से पहुंचा जा सके.
तवांग की घटना के बीच इंडियन एयरफोर्स का बड़ा फैसला
एयरफोर्स की ओर से एक्सरसाइज करने का यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब तवांग मुद्दे को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी के अलावा आर्मी चीफ मनोज पांडे और इंडियन नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार भी मौजूद थे. इंडियन एयरफोर्स ईस्टर्न मोर्चे पर दो बड़े युद्धाभ्यास करेगी.
पहली एक्सरसाइज 15 दिसंबर से शुरू होगी. जबकि 20 दिसंबर से दूसरा युद्धाभ्यास शुरू होगा. पहली एक्सरसाइज में भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट और एयर डिफेंस सिस्टम शामिल किए जाएंगे, जो 15 दिसंबर को दोपहर 1.30 बजे से 16 दिसंबर शाम 5.30 बजे तक चलेगी. भारतीय वायुसेना की दूसरी एक्सरसाइज 20 दिसंबर सुबह 9 बजे से 23 दिसंबर शाम 4 बजे तक चलेगी. इस एक्सरसाइज में Su-30, राफेल और तेजस भी शामिल होंगे.
चीन की हर हिमाकत का जवाब देने की पुख्ता तैयारी
चीनी घुसपैठ पर पूरी तरह से लगान लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने कमर कस ली है और अब चीन की हर हिमाकत का जवाब देने की पुख्ता तैयारी कर ली गई है. बात अगर अरुणाचल प्रदेश की करें तो यहां भी भारतीय सेना ने खुद को पहले से ज्यादा मजबूत किया है. भारत-चीन के बीच युद्ध की स्थिति में सेला टनल भारतीय सेना के लिए एक मजबूत लाइफ लाइन है, जिसके जनवरी 2023 तक चालू होने की उम्मीद है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved