बीजिंग । ताइवान (Taiwan) और ब्रिटेन (Britain) के बीच चल रही ट्रेड वार्ता के बीच नाराज चीन (China) ने अपनी सेना को युद्ध (war) के लिए तैयार रहने को कहा है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi jinping) ने देश की ‘तेजी से अस्थिर और अनिश्चित’ सुरक्षा का हवाला देते हुए मंगलवार को कहा है कि चीन, युद्ध की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करेगा. खबरों के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा है कि बीजिंग अपने सैन्य प्रशिक्षण और किसी भी युद्ध की तैयारी को मजबूत करेगा. चीन के राष्ट्रपति के इस बयान को ताइवान पर हमले होने के संकेत के तौर पर देखा गया है.
ताइवान को लेकर चीन अपना होने का दावा करता रहा है. साथ चीन ने जरूरत पड़ने पर ताइवान पर बलपूर्वक कब्जा करने की धमकी भी दी है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि देश की सुरक्षा अस्थिर होती जा रही है. यह बहुत ही अनिश्चित है. ऐसे में युद्ध ही एकमात्र लक्ष्य हो सकता है और हमें खुद को इसके लिए तैयार करना है. सीसीटीवी ने जिनपिंग के हवाले से कहा है कि चीन अब अपनी सेना में बड़ा विस्तार कर रहा है. वहीं राष्ट्रपति ने कहा है कि मिलिट्री ट्रेनिंग को मजबूत किया जायेगा ताकि देश किसी भी युद्ध के लिये तैयार रहे. देश तकनीकी तौर पर आत्मनिर्भर बने और इतना समर्थ हो कि वह विदेशों में भी चीन के हितों की रक्षा कर सके.
युद्ध की तैयारी के ऐलान से अन्य देशों में भी चिंता
चीनी राष्ट्रपति के बयान को लेकर अन्य देशों में भी चिंता बढ़ गई है. यदि चीन ताइवान पर हमला बोल देता है तो ऐसे में एक बार फिर ग्लोबल इकोनॉमी पर असर पड़ेगा. चीन हमेशा से ही ताइवान पर अपना दावा करता रहा है. गौरतलब है कि चीन बार-बार ताइवान को लेकर तमाम बयानबाजी करता रहा है. वह ताइवान को अपनी सीमा में मिलाने की धमकी भी देता आ रहा है. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने संविधान में ताइवान की आजादी और ‘एक देश, दो प्रणालियों’ की नीति को दृढ़ता से लागू करने का विरोध किया है. चीन ताइवान वायु सीमा में अपने फाइटर जेट भेज कर पहले भी तनाव बढ़ा चुका है.
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