नई दिल्ली । अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग (Tawang) में भारत (India) और चीनी सैनिकों (chinese soldiers) के बीच अभी भी माहौल गरमाया हुआ है. भारतीय जवानों से पिटने के बाद चीन अब सीमावर्ती इलाकों (border areas) में तेजी से सड़क का निर्माण (road construction) कर रहा है. अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में जहां चीनी सैनिकों की पिटाई हुई थी, चीन ने अब वहां से 150 मीटर की दूरी पर सड़क का निर्माण कर लिया है.
यांगत्से पठारी इलाके में भारत ने चीन के ऊपर अपनी रणनीतिक बढ़त बनाई हुई है. यही वजह है कि इस रणनीतिक रूप से बेहद अहम इलाके में भारतीय सेना को मात देने के लिए पिछले एक साल में चीन ने नए सैन्य और ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर बना लिए हैं जिससे वह बहुत तेजी से अपने सैनिकों को अब इस इलाके में जब चाहे भेज सकता है.
पिछले एक साल में निर्माण जारी
यांगत्से पठारी इलाके में पिछले एक साल की तुलना में अब चीन की पहुंच काफी आसान हो गई है. ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने इसपर मंगलवार (20 दिसंबर) को चिंता जाहिर की. रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने डोकलाम से अरुणाचल प्रदेश तक इतने बड़े पैमाने पर सैन्य तैयारी की है जिससे दोनों देशों के बीच कभी भी संघर्ष छिड़ सकता है. इस इंस्टीट्यूट के मुताबिक चीन ये कदम जानबूझकर उठा रहा है.
LAC से 150 मीटर दूर सड़क बनाई
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने एलएसी के 150 मीटर के दायरे में एक सड़क का निर्माण किया है. ऑस्ट्रेलिया विशेषज्ञों का कहना है कि रणनीतिक रूप से यह इलाका बेहद अहम है, इसीलिए चीन यहां पर इतना ज्यादा फोकस कर रहा है. इस इलाके में पिछले एक साल से चीन ने काफी नया निर्माण किया है.
विशेषज्ञों ने संघर्ष का खतरा जाहिर किया
ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट की यह रिपोर्ट तवांग में 9 दिसंबर को झड़प के बाद आई है. यह रिपोर्ट इस क्षेत्र में एलएसी के साथ लगते प्रमुख क्षेत्रों की सैटेलाइट इमेज के विश्लेषण पर आधारित है. रिपोर्ट के मुताबिक, तवांग सेक्टर से भारत न सिर्फ अपने बल्कि भूटान बॉर्डर पर भी चीनी सैनिकों की हर हरकत पर नजर रख सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि चीन ने डोकलाम से तवांग तक इतने बड़े पैमाने पर सैन्य तैयारी की है जिससे दोनों देशों के बीच कभी भी संघर्ष छिड़ सकता है.
बॉर्डर पर भारत भी बना रहा है सड़क
इधर भारत भी अपनी सीमाओं को मजबूत बनाने में लगा है. मोदी सरकार में सीमावर्ती इलाकों में तेजी से सड़कों का निर्माण कर रहा है. तवांग झड़प के बाद सेना ने सीमा पर बुनियादी ढांचे के निर्माण की गति तेज कर दी है. अधिकारियों के मुताबिक, 5700 फीट की ऊंचाई पर नेचिपु टनल का निर्माण कार्य चल रहा है. डी-शेप में बनी ये सिंगल-ट्यूब डबल लेन टनल है जिसमें टू-वे ट्रैफिक की आवाजाही हो सकेगी. साथ ही बीआरओ द्वारा अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की ओर सेला दर्रा सुरंग का निर्माण किया जा रहा है. इससे भारतीय सेना को सभी मौसम में संपर्क स्थापित करने में सहायता मिलेगी.
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