काठमांडो। चीन ने नेपाल के साथ रासुवा-केरुंग सीमा से होने वाले व्यापार को रोक दिया है। इसे बीते माह 29 दिसंबर को पुष्प कमल दहल प्रचंड के प्रधानमंत्री बनते ही करीब तीन वर्ष बाद खोला गया था। फिलहाल, चीन ने अपने यहां मनाए जा रहे नववर्ष का हवाला देकर सीमा पर तीन फरवरी तक रोक लगा दी है।
नेपाल-चीन के बीच यह अहम कारोबारी रास्ता है। चीन ने इससे पहले इसे कोविड प्रतिबंधों के चलते बंद कर रखा था। रासुवा सीमा शुल्क कार्यालय के प्रमुख नारायण प्रसाद भंडारी ने कहा कि नेपाल से एक महीने में छह करोड़ रुपये के माल से लदे 39 कंटेनरों को चीन भेजा गया है। यहां से हर रोज 14 कंटेनर चीन से नेपाल आ रहे हैं।
नेपाल रेडीमेड कपड़े, जूते, सेब, मोटर बैटरी और प्लास्टिक उत्पादों जैसे जरूरी सामान उपयोग के लिए आयात करता है। जबकि, बांस, गेहूं, वनस्पति घी, नूडल्स, पास्ता, बिस्किट, जूस, जैम, पीटा चावल, कालीन, चीनी, नेपाली हॉग प्लम कैंडी, चॉकलेट, च्युइंग गम जैसी वस्तुओं का चीन को निर्यात करता है। अब इन पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
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