नई दिल्ली। भारत (India) के साथ लद्दाख में सीमा विवाद (border dispute in ladakh) में उलझे चीन(China)ने वास्तविक नियंत्रण रेखा Line of Actual Control (LAC) पर बमवर्षक एच-6के तैनात(Bomber H-6K deployed) कर दिए हैं, जो सीजे-20 मिसाइलों से लैस(armed with CJ-20 missiles) हैं। मिसाइलों की मारक क्षमता दिल्ली तक मानी जा रही है। हालांकि, एक चीनी सैन्य विशेषज्ञ(Chinese military expert) ने विमान में ये मिसाइलें होने से इनकार किया है।
बीजिंग के करीब तैनात रहने वाले इन विमानों को चीन ने शिनजिंयांग इलाके में भेजा (China sent planes to Xinjiang area) है। यह इलाका उस जगह के करीब है, जहां भारत और चीन के बीच विवाद चल रहा है। सैन्य विशेषज्ञों के मुताबिक, ये बॉम्बर कई आधुनिक तकनीकों से लैस है। चीन(china) ने इस साल जनवरी में ताइवान के एयरस्पेस में भी ये एयरक्राफ्ट भेजे थे।
चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने हिमालय के पास उड़ान भर रहे इन विमानों की फुटेज जारी की थी। चीनी सैन्य विश्लेषक एंटनी वोंग टोंग के मुताबिक, बमवर्षक भेजना पड़ोसी को निश्चित ही चेतावनी की तरह है। अन्य सैन्य टिप्पणीकार शोंग झोंगपिंग का मानना है कि पीएलए नागरिक इलाकों में हमले नहीं करेगा। उन्होंने कहा, एच-6के विमानों में जमीन और समंदर में हमलों के लिए सीजे-20 मिसाइल लगाई जाती है। लेकिन भारतीय सीमा पर भेजे गए विमानों में कम दूरी वाली केडी-डी-63 मिसाइल फिट की गई है। चीन एलएसी के पास बड़े एयरबेस कम होने के चलते भारत की तुलना में कमजोर स्थिति में है। इसी से बॉम्बर तैनात कर वह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि उसके पास भारतीय वायुसैनिक अड्डों पर हमला करने की क्षमता है। भारत को रूस से एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की आपूर्ति भी शुरू हो गई है। एस400 हमलावर विमानों, मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर देता है। अरुणाचल में सीमा के करीब गांव बसाने की खबरों के बीच चीन ने भारत के साथ विवाद वाली घटनाओं को रोकने पर सहमति जताई है। वहीं, पूर्वी लद्दाख में शांति के लिए दोनों के बीच 14वें दौर की सैन्य वार्ता जल्द होगी। वार्ता में तनाव वाले शेष स्थानों से पूर्ण सेना वापसी पर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, सीमा मामलों को लेकर विमर्श एवं सहयोग कार्यतंत्र की वर्चुअल बैठक में सीमा के हालात पर गहन एवं स्पष्ट चिंतन हुआ। 10 अक्तूबर को पिछली सैन्य बैठक में बनी सहमति पर हुई प्रगति पर चर्चा की गई। चीन ने भी दोहराया कि सीमा पर तनाव खत्म करने और पहले जैसी स्थिति बहाल करने के लिए वार्ता जारी रहेगी। जल्द से जल्द वहां स्थिति सामान्य की जाएंगी।