भारत-चीन के बीच चल रहे विवाद के बीच जहां भारत ने चीन के 118 ऐप्स पर बैन लगाया है तो वहीँ अब बौखलाए चीन ने भारत को जवाब दिया है। चीनी सरकार के अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने इस विवाद को लेकर एक लेख छापा है।
इस लेख में कहा गया है कि भारत ने अगर चीन के साथ अपना यही रवैया रखा तो उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा ग्लोबल टाइम्स ने मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया है।
ग्लोबल टाइम्स ने इस लेख में भारतीय सेना की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनाती को लेकर तंज किया है। लेख में लिखा है कि भारत के लिए एलएसी पर अपने सैनिकों को तैनात करना काफी मुश्किल भरा और खर्चीला होगा। सर्दियों में ये और भी बढ़ जाएगा। जबकि सीडीएस जनरल बिपिन रावत ये दावा करते हैं कि सर्दियों में भी उनके सैनिक हर तरह से तैयार हैं। वहीँ, अपने विचार रखते हुए लेख में लिखा गया है कि भारत का इस तरह का आक्रामक रुख दिखाना बेकार है।
चीन के मुखपत्र ने लिखा है कि भारत को आर्थिक रूप से नुकसान वहन नहीं करना चाहिए। भारत का बाजार कमजोर है और चीन के साथ संघर्ष करने से भारत को आर्थिक रूप से अधिक हानि हो सकती है इसलिए भारत को युद्ध की मड़राती छाया को देखते हुए किसी भी विरोधी स्वर को उठाने से बचना चाहिए।
ऐप्स बैन करने को लेकर चीन ने लिखा है कि “भारत की कार्रवाई न केवल चीनी निवेशकों और सेवा प्रदाताओं के वैध अधिकारों और हितों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि एक खुली अर्थव्यवस्था के रूप में भारत के निवेश को नुकसान पहुंचाते हुए भारतीय उपभोक्ताओं के हितों को भी नुकसान पहुंचाती है।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, इससे पहले जून में भी दोनों देशों के बीच सीमा संघर्ष के बाद, भारत ने 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसमें बाइटडांस के टिक टोक और यूसी ब्राउज़र शामिल थे। भारत के इस नए फैसले से चीन को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा है। कोरोना से हार चुका भारत चीन के साथ संबधं खराब करने चला है। इससे भारत की इकॉनमी को एक और झटका लगेगा। सीमा विवाद के कारण अब भारत से आने वाले सामान और जाने वाली वस्तुओं के लिए चीनी बाजार बंद हो जाएगा।
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