डेस्क: ताइवान में चीन की तरफ से शुरू किए गए ड्रिल की वजह से तनाव बढ़ा हुआ है. अमेरिका ने ताइवान को हर संभव मदद देने की बात भी कही है. इस बीच जो खबर आई है वो चीन और अमेरिका के रिश्तों में खटास बढ़ा सकता है. दरअसल खबर है कि चीन अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर पर हमले की तैयारी कर रहा है. इसका खुलासा पीपल लिबेरेशन आर्मी के एक एनिमेटेड वीडियो में हुआ है.
इस वीडियो के जरिए चीन ने ये बताने की कोशिश की है कि अगर अमेरिका चीन को ताइवान पर आक्रमण करने से रोक देगा तो दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी हमलावर समूहों पर कैसे हमला होगा. इसी वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह अमेरिकी नौसेना के एक विमान वाहक स्ट्राइक ग्रुप (एयूजी) का विनाश हुआ. फुटेज में पीएलए नौसेना के हांग-6जे बमवर्षकों के आधे स्क्वाड्रन को अमेरिकी एयूजी पर यिंगजी-12 एंटी-शिप मिसाइलें लॉन्च करते हुए दिखाया गया है.
मिसाइलें, दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली पर काबू पाकर अमेरिकी विमानवाहक पोत को डूबते टाइटैनिक में बदल देती हैं. दरअसल अमेरिका ताइवान के साथ बहुत अच्छे संबंध रखता है. साथ ही अमेरिका, ताइवान को अपनी रक्षा मदद देने के लिए भी बाध्य है. जिससे चीन भड़का रहता है.
PLA से लेकर वहां के सैनिकों ने दावा किया कि चीन के पास आराम करने का समय नहीं है. अगर ताइवान स्ट्रेट में पीएलए की गतिविधियां एक दिन के लिए भी कम नहीं होती हैं और दैनिक प्रकृति की होती हैं, तो दूसरा सक्रिय क्षेत्र दक्षिण चीन सागर है, जहां बीजिंग को फिलीपींस और संयुक्त राज्य अमेरिका के उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देगा. यह अभ्यास पीएलए दक्षिणी कमान की ग्राउंड फोर्सेज की 74वीं सेना की आर्टिलरी यूनिट का है. फुटेज से पता चलता है कि 500 किमी तक की दूरी तक फायरिंग करने में सक्षम PCL-191 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम को प्लेटफार्मों पर लोड किया गया था.
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