हॉन्ग कॉन्ग। चीन ने ताइवान की पहली स्वदेशी सबमरीन का यह कहकर मजाक उड़ाया है कि यह झाड़ू से लहर रोकने की कोशिश है। बता दें कि ताइवान ने बीती 28 सितंबर को ही अपनी पहली स्वदेशी रक्षा सबमरीन का अनावरण किया है जो कि 2700 टन वजन लेकर जा सकती है। ताइवान की ऐसी आठ पनडुब्बियां (सबमरीन) बनाने की योजना है। चीन की तरफ से बढ़ते खतरे को देखते हुए ताइवान के इस कदम की काफी चर्चा है। अब चीन ने ताइवान के इस कदम का मजाक उड़ाया है।
चीन के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने ताइवान के सबमरीन कार्यक्रम का मजाक उड़ाते हुए कहा कि ‘यह ऐसा है, जैसे आप झाड़ू से समुद्र की लहर को रोकने का प्रयास कर रहे हैं।’ उन्होंने इसे ‘बेवकूफी’ भी करार दिया। उन्होंने कहा कि ‘चाहे ताइवान कितने भी हथियार बना ले, वह राष्ट्रीय एकीकरण की प्रवृत्ति और क्षेत्रीय अखंडता के लिए पीपल्स लिबरेशन आर्मी के दृढ़ संकल्प और मजबूत क्षमताओं को नहीं रोक सकेंगे।’
कर्नल वू ने बीती 25 सितंबर को चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में लिखे एक लेख में ये भी लिखा था कि पीएलए की नौसेना को प्रशांत महासागर में रोकने की ताइवान की कोई भी महत्वकांक्षा सिर्फ एक भ्रम है। एक अनाम चीनी विशेषज्ञ ने लिखा है कि अगर चीन और ताइवान में युद्ध होता है तो ताइवान की पनडुब्बियों का पता आसानी से लगाया जा सकेगा और यह पीएलए की नौसेना को सिर्फ एक सीमित खतरा ही पैदा करेंगी।
ताइवान की हाइकुन नाम की पहली स्वदेशी पनडुब्बी डीजल औऱ बिजली से चलती है और पहली बार नवंबर 2020 में इसे बनाने की शुरुआत हुई थी। टेस्टिंग के बाद साल 2024 में इसे ताइवानी नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा। अमेरिका ने आशंका जताई है कि चीन आने वाले कुछ समय में ताइवान पर हमला कर सकता है। ऐसे में चीन के हमले से बचने के लिए ताइवान की सेना धीरे-धीरे अपनी ताकत बढ़ा रही है।
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