बीजिंग। चीन(China) ने अशांत शिनजियांग प्रांत (Xinjiang Province) में नए सैन्य कमांडर को नियुक्ति (Appointment of new military commander) किया है। मुस्लिम बहुल यह प्रदेश (Muslim majority region) पिछले कई सालों से अशांत है। चीन(China) ने आतंकवाद और चरमपंथ(terrorism and extremism) पर लगाम लगाने का हवाला देते हुए 10 लाख से अधिक मुस्लिम अल्पसंख्यकों को यहां पर कैद कर रखा है। शिनजियांग का बॉर्डर भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों से लगता है। लेफ्टिनेंट जनरल वांग हैजियांग उत्तर पश्चिम क्षेत्र में व्यापक सैन्य मौजूदगी की निगरानी करेंगे जिसकी सीमा पाकिस्तान और अफगानिस्तान समेत कई अस्थिर मध्य एशियाई देशों से लगती है। अफगानिस्तान से अमेरिका अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है।
शिनजियांग की कम्युनिस्ट पार्टी के कट्टरपंथी प्रमुख चेन छुआंगुओ की तरह वांग पहले तिब्बत में तैनात रहे, जहां बड़ी संख्या में सैनिक सरकार विरोधी भावनाओं को दबाने के लिए और भारत के साथ विवादित सीमा की रक्षा करने के लिए मौजूद रहते हैं, जहां दोनों देशों के बीच पिछले साल हिंसक झड़प हुई थी। सरकारी मीडिया की खबरों के अनुसार, वांग 1980 की शुरुआत में वियतनाम के साथ सीमा युद्ध में भी शामिल रहे और वह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एलीट इकाई में भी सेवा दे चुके हैं। अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी बीजिंग के लिए चिंता का सबब है और उसे सीमा पर इस्लामी चरमपंथियों के फिर से सिर उठाने का डर है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गत हफ्ते तालिबान से एक प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की थी। तालिबान ने अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा जमा लिया है और प्रमुख शहरों के लिए उसकी लड़ाई चल रही है।