बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने सैनिकों से मौत से ना डरने और युद्ध जीतने की तैयारी पर ध्यान केंद्रित लगाने का आग्रह किया है। चीन की सरकारी मीडिया के अनुसार उन्होंने बुधवार को अपने सशस्त्र बलों को युद्ध की परिस्थितियों में प्रशिक्षण देने और ‘मौत और कठिनाई से नहीं डरने’ के लिए कहा। इससे पहले शी बीजिंग और अन्य देशों, विशेष रूप से अमेरिका और ताइवान के बीच कोरोनोवायरस महामारी, क्षेत्रीय विवादों और मानव अधिकारों के राजनीतिक तनाव के बीच सैन्य तैयारी का आह्वान कर चुके हैं।
पिछले महीने, कम्युनिस्ट नेता ने अपनी नौसेना के सैनिकों से कहा कि वे गुआंगदोंग प्रांत के चाओझोउ में एक दौरे के दौरान युद्ध की तैयारी के लिए दिमाग और ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करें। समुद्री बेस का दौरा करते हुए, शी ने सैनिकों से ‘बहु-कार्यात्मक, रैपिड रेस्पॉन्स, सभी मौसम और क्षेत्र के अनुकूल बनने के लिए कहा। साथ ही अपनी सेना से कहा कि वहलड़ाकू क्षमताओं में सुधार लाए।
चीनी नेता ने 25 नवंबर को बीजिंग में केंद्रीय सैन्य आयोग को संबोधित करते हुए युद्ध की तैयारी के महत्व और जरूरत पर फिर से जोर दिया। सैन्य कमांडरों से बात करते हुए, शी ने कहा कि युद्ध जीतने की पहली सीढ़ी कड़ा प्रशिक्षण है। शी ने कहा कि सैन्य प्रशिक्षण सेना का नियमित और केंद्रीय कार्य है। सिन्हुआ के अनुसार चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि यह सैन्य लड़ाई के लिए सबसे सीधी तैयारी है। देश का सैन्य विकास एक नए युग ’में प्रवेश करने चुका है। ऐसे में ‘न तो कठिनाई और न ही मौत से डरें’। उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी का लक्ष्य पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को एक विश्व-स्तरीय युद्ध बल में बदलना है। बीते दिनों चीन की सरकारी मीडिया ने लाइव-फायर ड्रिल के दौरान दुश्मन के ठिकानों को गिराने के लिए कई मिसाइल्स लॉन्च करने वाली फुटेज जारी की थी।
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