बीजिंग। टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अपने इलेक्ट्रिक (Electric) गाड़ियों के लिए चीन (China) से ईवी बैटरी (EV Battery) खरीदने का फैसला किया है। इस फैसले पर चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने जमकर खुशी का इजहार किया है। यह वही ग्लोबल टाइम्स है, जो भारत (India) के खिलाफ जमकर जहर उगलता रहता है। हालांकि, इस बार चीन की इस सरकारी मीडिया का हृदय परिवर्तन हुआ है और उसने टाटा मोटर्स की इस डील को दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों का टर्निंग पॉइंट करार दिया है। ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि टाटा मोटर्स का यह कदम ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देगा और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाएगा।
‘भारत को लेकर झूठा प्रचार कर रहे पश्चिमी देश’
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, “पिछले कुछ समय से, इलेक्ट्रिक वाहन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में छाए रहे हैं। ईवी जैसे ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने वाले बिजनेस नए ट्रेड वार का जरिया बन गए हैं। अमेरिका समेत कई देश चीन के खिलाफ चाल चल रहे हैं और चीनी वाहनों के आयात पर अनुचित टैरिफ लगा रहे हैं। वे इस डर को भी बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं कि पश्चिमी देशों में टैरिफ के कारण चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों को भारत जैसे बाजारों में डंप कर दिया जाएगा।” उसने आगे लिखा, “ईवी के क्षेत्र में चीन दुनिया का शीर्ष देश है, ऐसे में भारत के भीतर भी कुछ धारणाएं हैं। कुछ लोग चीन के इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में आई प्रगति से सीधने और चीन के साथ व्यावहारिक सहयोग करने का आह्वान करते हैं, जबकि अन्य ईवी गाड़ियों के निर्माण के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में चीन की जगह लेने की आकांक्षा रखते हैं।”
ग्लोबल टाइम्स ने फोर्ड का जिक्र कर टाटा को चेताया
ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा, “टाटा मोटर्स के नवीनतम कदम ग्लोबल ग्रीन इंडस्ट्री के विकास की वर्तमान स्थिति के कारण संभव हो सका है। इस समझौते को चीन-भारत में सहयोग की क्षमता के रूप में भी देखा जा सकता है। जैसा कि अमेरिकी वाहन निर्माता फोर्ड ने हाल ही में कहा, “एक किफायती इलेक्ट्रिक वाहन एक किफायती बैटरी से शुरू होता है।” फोर्ड इस सिद्धांत को गहराई से समझता है। उसने पिछले साल मिशिगन में ईवी बैटरी फैक्ट्री बनाने के लिए चीनी बैटरी निर्माता CATL के साथ अपनी पार्टनरशिप की घोषणा की है। हालांकि, अमेरिका में आंतरिक राजनीतिक कारकों के कारण, इस परियोजना को कई बाधाओं का सामना करना पड़ा है। स्पष्ट रूप से, टाटा मोटर्स फोर्ड की गलतियों को दोहराना नहीं चाहता है, खासकर कीमतों को लेकर संवेदनशील भारतीय बाजार में।”
भारत के ग्रीन एनर्जी इनिशिएटिव की तारीफ
चीन की सरकारी मीडिया ने कहा, “इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वैश्विक स्तर पर ग्रीन एनर्जी इंडस्ट्री के राजनीतिकरण का जोखिम बढ़ रहा है। इसके बावजूद टाटा मोटर्स ने राजनीतिक रूप से प्रेरित विकल्पों के बावजूद बाजार से चलने वाले विकल्पों के माध्यम से अपनी लागत के अनुसार ग्रीन इंडस्ट्री को विकसित करने का फैसला किया है।” ग्लोबल टाइम्स ने आगे कहा, “भारत सरकार और व्यापार समुदाय दोनों को ईवी वाहनों से बहुत उम्मीदें हैं। भारत EV30@30 अभियान में शामिल है, जिसका लक्ष्य 2030 तक ईवी के लिए 30 प्रतिशत बिक्री हिस्सेदारी हासिल करना है। भारत सरकार ने घरेलू ईवी उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय भी लागू किए हैं। हालांकि, मूल्य निर्धारण जैसे कारकों के कारण, भारत में वर्तमान ईवी वाहनों बिक्री उम्मीदों से कम रही है।”
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