नई दिल्ली । कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए गठित विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम को चीन ने अपने यहां प्रवेश देने से मना कर दिया है। चीन का तर्क है कि टीम के सदस्यों को वीजा मंजूरी अभी नहीं मिली है। जबकि टीम के कुछ सदस्य यात्रा भी शुरू कर चुके हैं। डब्लूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोस ग्रेबेसियस ने चीन के इस रुख़ पर गहरी निराशा जतायी है।
मंगलवार को डब्लूएचओ के विशेषज्ञों वाले दल को चीन पहुंचना था लेकिन चीन की तरफ से इस दल के सदस्यों को वीजा सहित दूसरी जरूरी मंजूरी नहीं दी गयी। हालांकि इस टीम के कुछ सदस्य अपनी यात्रा शुरू भी कर चुके हैं। डब्लूएचओ के महानिदेशक ने पूरे प्रकरण पर गहरी निराशा जताते हुए कहा है कि दो सदस्य पहले ही अपनी यात्रा शुरू कर चुके हैं। टीम के बाकी सदस्य को अंतिम समय में यात्रा से रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मसले को लेकर वे वरिष्ठ चीनी अधिकारियों के संपर्क में हैं और उनसे साफ कर चुके हैं कि यह मिशन डब्लूएचओ और अंतर्राष्ट्रीय टीम की प्राथमिकताओं में शामिल है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए टीम का गठन किया गया है। इस टीम को वुहान का दौरा करना है जहां से दुनिया भर में मौत का सबब बने कोरोना वायरस की उत्पत्ति का आरोप लगता रहा है। चीन के इसी शहर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला मिला था।
पिछले ही साल विश्व स्वास्थ्य सभा में कोरोना के संदर्भ में स्वतंत्र जांच कराने का प्रस्ताव पारित किया था। जिसमें डब्लूएचओ से इसकी उत्पत्ति की व्यापक जांच के लिए कहा गया था। एजेंसी
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