नई दिल्ली: अमेरिका ने 1972 के मिशन के बाद दोबारा इंसान को चांद पर भेजने की तैयारी कर रहा है. 16 नवंबर को तीसरे प्रयास में नासा ने चांद पर अपना अर्टेमिस-1 मिशन लॉन्च भी कर दिया. अब अमेरिका की होड़ चीन भी कर रहा है. मंगलवार को वो अपने निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन पर तीन लोगों का एक दल भेजने जा रहा है. इसी बीच उसने चंद्रमा पर एक मानव मिशन योजना की भी घोषणा की.
चाइना मैन्ड स्पेस एजेंसी (CMSA) ने ऐला किया है कि शेनझोउ- 15 चालक दल के अंतरिक्ष यान को उत्तर-पश्चिम चीन में जियुक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से लॉन्च करेगा. सीएमएसए के निदेशक के सहायक जी किमिंग ने मीडिया को बताया कि स्पेस फ्लाइट मिशन के लिए अंतरिक्ष यान तीन अंतरिक्ष यात्रियों फी जुनलॉन्ग, डेंग किंगमिंग और झांग लू को लेकर जाएगा.फी जुनलॉन्ग इस मिशन के कमांडर होंगे. चालक दल लगभग छह महीने तक कक्षा में रहेगा. जी ने कहा कि लॉन्च लॉन्ग मार्च-2 एफ कैरियर रॉकेट से किया जाएगा.
अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा कचरा चीन का
ऑर्बिट में रहने के दौरान शेंझोउ-15 क्रू मेंबर्स तियानझोउ-6 कार्गो क्राफ्ट और शेनझोउ-16 मानवयुक्त अंतरिक्ष यान के आगमन का गवाह बनेगा. चीन रॉकेटों के गिरते मलबे को लेकर चिंता के बीच कई रॉकेट लॉन्च कर रहा है, जो दुनिया भर में बिखरा हुआ है. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि शेनझोउ-15 अंतरिक्ष यात्री अगले साल मई में वापस आएंगे. अपने अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ने के लिए चीन द्वारा शुरू किया जाने वाला यह तीसरा मानव मिशन है. कक्षीय स्टेशन बनाने के लिए प्रत्येक छह महीने के मिशन पर तीन अंतरिक्ष यात्रियों के दो बैचों को अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा गया था.
अंतरिक्ष में स्टेशन बना रहा चीन
जबकि अंतरिक्ष यात्रियों का एक ग्रुप लौट आया है और तीन अंतरिक्ष यात्रियों का एक और ग्रुप वर्तमान में तियान्हे में मौजूद है. चीन एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन (CASTC) द्वारा पहले की गई घोषणा के अनुसार निम्न-कक्षा अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण इस वर्ष पूरा होने की उम्मीद थी. एक बार इसके तैयार हो जाने के बाद चीन अंतरिक्ष स्टेशन रखने वाला एकमात्र देश होगा. रूस का अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) कई देशों की एक सहयोगी परियोजना है.
अमेरीका के जैसे चंद्रमा में इंसान भेजेगा चीन
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने 16 नवंबर को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से अपना सबसे शक्तिशाली रॉकेट लॉन्च किया. 100 मीटर लंबे आर्टेमिस वाहन का उद्देश्य मानव रहित अंतरिक्ष यात्री कैप्सूल को चंद्रमा की दिशा में थ्रो करना था.अंतरिक्ष यान जिसे ओरियन के रूप में जाना जाता है इस विशेष उड़ान के लिए मानवरहित है लेकिन इसके भविष्य के मिशन चंद्रमा सतह का पता लगाने के लिए मानवयुक्त मिशन होंगे.
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