नई दिल्ली। चीन के वुहान में कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के परिवारों के संकट के बारे में बताने वाली सिटीजन जर्नलिस्ट जेल में बंद है। 37 साल की पूर्व वकील झांग झान को मई से कैद में रखा गया है। उन पर ‘परेशानी भड़काने’ का आरोप लगाया गया है। ये ऐसा आरोप है जो अक्सर चीन में इस्तेमाल किया जाता है। झांग को 5 साल की जेल की सजा दी गई है।
झांग पहली नागरिक पत्रकार नहीं हैं जो वायरस से प्रभावित वुहान पर रिपोर्टिंग के लिए मुसीबत में फंसी हैं। फरवरी में कम से कम तीन गायब हो गए थे। ली जहुआ अप्रैल में यह कहते हुए वापस आए कि वह ‘क्वारंटीन’ थे।
चीनी मानवाधिकार रक्षकों (CHRD) के अनुसार, चीन में मानवाधिकारों की दिशा में काम करने वाली एक गैर सरकारी संस्था ‘झांग’ ने अन्य स्वतंत्र पत्रकारों की गिरफ्तारियों और पीड़ितों के परिवारों के उत्पीड़न सहित कई रिपोर्ट की। इनमें वीचैट, ट्विटर और यूट्यूब के माध्यम से जवाबदेही की मांग की गई थी। वह 14 मई को वुहान में लापता हो गई थी। 19 जून को झांग की औपचारिक गिरफ्तारी को मंजूरी दे दी गई। झांग ने फरवरी के शुरू में कोविड 19 प्रकोप के केंद्र वुहान की यात्रा की थी।
सीएचआरडी के अनुसार, झांग ने 2 सितंबर को भूख हड़ताल शुरू की थी और हिरासत केंद्र अधिकारियों ने उसे जबरन खिलाना शुरू किया। इससे पहले भी उसने हांगकांग के विरोध प्रदर्शनों के समर्थन में बात की थी और उसे सितंबर 2019 में हांगकांग के समर्थन के लिए हिरासत में लिया गया था। 9 सितंबर को उसके वकील ने उससे मुलाकात की।
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