बीजिंग । चीन (China) में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के वार्षिक अधिवेशन में उस योजना पर मुहर लगा दी गई जिसमें 2027 तक सेनाओं का आधुनिकीकरण कर (develop military capability) उन्हें अमेरिकी (America) सेना के मुकाबले में खड़ा करना है। 2027 में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करेगी। इस बीच अमेरिका ने भी अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए अपने युद्धपोतों पर हाइपरसोनिक मिसाइल तैनात करने का फैसला किया है।
बताया जाता है कि ये मिसाइल ध्वनि की रफ्तार से पांच गुना ज्यादा गति से जाकर दुश्मन पर हमला करेंगी। कम्युनिस्ट पार्टी के फैसले की जानकारी देते हुए चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने बताया है कि पीएलए की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर उसे पूरी तरह से आधुनिक सेना में तब्दील करने का लक्ष्य रखा गया है। यह देश के सुरक्षित भविष्य के लिए जरूरी भी है।
चार दिन के पार्टी के अधिवेशन के समापन सत्र की अध्यक्षता कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव व राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने की। इसमें 2021 से 2025 के बीच क्रियान्वित की जाने वाली 14 वीं पंचवर्षीय योजना पर भी मुहर लगाई गई। इसके जरिये देश का सामाजिक और आर्थिक विकास किया जाएगा। घरेलू बाजार को बढ़ावा देते हुए उसमें माल की खपत बढ़ाई जाएगी, जिससे चीन की अर्थव्यवस्था स्वकेंद्रित बने।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का मानना है कि 14वीं पंचवर्षीय योजना के जरिए ही 2035 के लिए निर्धारित विकास लक्ष्यों की प्राप्ति की जाएगी। राष्ट्रपति चिनफिंग ने 2035 तक चीन को दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक और सैन्य ताकत बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। आसार ये हैं कि वह आने वाले 15 साल चीन की सत्ता पर भी काबिज रह सकते हैं। चिनफिंग को सत्ता में बनाए रखने के लिए आवश्यक संविधान संशोधन हो चुका है।
चीन की बढ़ती ताकत के मद्देनजर अमेरिका ने भी अपनी सैन्य क्षमता में इजाफा करने का फैसला किया है। चीन के युद्धपोतों पर सुपरसोनिक मिसाइलों की तैनाती के फैसले के बाद अमेरिका ने अपने युद्धपोतों पर हाइपरसोनिक मिसाइलों की तैनाती का फैसला किया है। रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा है कि अमेरिका को अपनी सामुद्रिक श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए 500 और युद्धपोत चाहिए। इनके जरिये अमेरिकी नौसेना चीन पर बढ़त बनाए रहेगी।
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