बीजिंग । चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में चीन की भूमिका की तारीफ की और अमेरिका की आलोचना के जवाब में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रति समर्थन जताया।
बीजिंग के “ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल” में एक सभा को संबोधित करते हुए चिनफिंग ने कहा कि कोविड-19 से चीन की लड़ाई समाजवादी व्यवस्था की मजबूती दिखाती है और पारंपरिक चीनी संस्कृति प्रोत्साहित कर रही है, आम सहमति बना रही है संसाधनों का संयोजन कर रही है।
टीवी पर प्रसारित हुई सभा में चिनफिंग ने कहा, ” लोगों की जान की रक्षा करने के लिए जो करना होगा, हम करेंगे।” सभा में अधिकतर लोग मास्क पहन हुए थे और एक-दूसरे से दूर-दूर बैठे हुए थे।
वहीं, अमेरिका और अन्य देशों का आरोप है कि संक्रमण इसलिए अनियंत्रित हो गया, क्योंकि चीन ने इसके बारे में सूचनाएं छुपाईं। वहीं, चीन का कहना है कि उसने तेजी से और जिम्मेदारी से काम किया लेकिन इसे लेकर स्वतंत्र जांच की मांग को खारिज कर दिया। अमेरिका के आरोपों को लेकर चीन डब्ल्यूएचओ के साथ खड़ा रहा है।
चीन के साथ कथित रूप से खड़े होने की वजह से अमेरिका डब्ल्यूएचओ से हटने की प्रक्रिया में है। चिनफिंग ने कहा कि चीन “कोविड-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए डब्ल्यूएचओ” का समर्थन करना जारी रखेगा।
राष्ट्रपति ने कहा, “स्वार्थपरता, बलि का बकरा बनाना और सही तथा गलत में घालमेल करना न सिर्फ एक देश और उसके लोगों को आहत करेगा, बल्कि सभी देशों के लोगों को नुकसान पहुंचाएगा।” चिनफिंग ने कहा कि चीन ने ठोस कार्रवाइयों से दुनिया भर में कोविड-19 से कई लोगों की जान बचाई है।
उन्होंने कहा कि 2,09,000 वेंटिलेटरों का निर्यात किया गया। इसके अलावा 1.4 अरब सुरक्षा सूट तथा 151.5 अरब मास्क का भी निर्यात किया गया। चीन ने मदद के लिए कुछ देशों में मेडिकल कर्मी भी भेजे। सभा के दौरान दौरान चिफिंग ने चीन के सबसे बड़े नागरिक सम्मान “मेडल ऑफ रिपब्लिक” से झोंग नन्शन को सम्मानित किया। नन्शन श्वसन संबंधी रोग विशेषज्ञ हैं और उन्हें यह सम्मान कोविड-19 तथा सार्स से निपटने में उनके काम के लिए दिया गया है।
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