चीन ने ये जवाबी कदम अमेरिका द्वारा झिनजियांग पर प्रतिबंध लगाने के कदम के बाद उठाया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि अमेरिका के अधिकारियों ने जिस तरह का व्यवहार बीजिंग के साथ किया है उससे चीन-अमेरिका संबंध पूरी तरह बर्बाद होने की कगार पर आ गया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने इस बात पर रोष जताया है कि झिनजियांग पूरी तरह चीन का आंतरिक मामला होने के बावजूद अमेरिका ने हस्तक्षेप किया। यह चीन के अधिकार क्षेत्र का अतिक्रमण है। चीन ने एक बार फिर दोहराया है कि उसकी सरकार अपनी स्वायत्तता की रक्षा करने के लिए आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने, अलगाववाद पर प्रहार करने और अतिवादी मज़हबी उन्मादियों पर लगाम लगाने के प्रति दृढ़ संकल्प है। वह आगे भी ऐसा ही करता रहेगा। उल्लेखनीय है कि झिनजियांग में उइगुर मुसलमानों पर चीन दमन कर रहा है।
वहां उनकी जनसंख्या पर रोक के लिए लोगों को जबरन नपुंसक बनाने और महिलाओं को प्रजनन से रोकने का जबरन अभियान चला रहा है। अमेरिका ने झिनजियांग के कई चीनी अधिकारियों पर उइगुर मुसलमानों के खिलाफ उत्पीड़न के कारण प्रतिबंध लगा दिया था। जिन लोगों पर अमेरिका ने वीजा प्रतिबंध लगाया था उनमें झिनजियांग स्थित कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रमुख चेन क्वांगो और तीन वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
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