नई दिल्ली। ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने बुधवार से 10 दिवसीय अमेरिकी यात्रा शुरू की हैं। इससे नाराज होकर चीन ने राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन को अमेरिकी हाउस स्पीकर से नहीं मिलने की चेतावनी दी है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अमेरिकी पक्ष ताइवान की स्वतंत्रता की अलगाववादी ताकतों का समर्थन करने के लिए सांठगांठ करता रहता है और वाशिंगटन से खतरनाक कृत्यों को रोकने के लिए कहा है, जो चीन-अमेरिका के संबंधों की राजनीतिक नींव को रेखांकित करता है।
अब इस पर अमेरिका का बयान आया है। व्हाइट हाउस ने बुधवार को चीन से ताइवान के खिलाफ आक्रामक गतिविधि बढ़ाने के बहाने ताइवान के राष्ट्रपति द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा का उपयोग नहीं करने का आग्रह किया। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन का जल्द ही अमेरिका पहुंचना रूटीन ट्रांजिट की श्रृंखला में नवीनतम है। उन्होंने कहा, ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना को ताइवान जलडमरूमध्य के आसपास किसी भी गतिविधि को बढ़ाने के बहाने इस पारगमन का उपयोग नहीं करना चाहिए।’ किर्बी ने आगे कहा, ‘हम इस बात से अवगत हैं कि अभी चीजें तनावपूर्ण हैं, लेकिन बीजिंग को बातचीत का रास्ता खुला रखना चाहिए।’
ताइवान को दुनिया से जुड़ने का पूरा अधिकार
ताइवान की राष्ट्रपति इंग वेन जब अमेरिका के लिए रवाना हुईं, तो उन्होंने कहा कि ताइवान को दुनिया से जुड़ने का पूरा अधिकार है। इधर, त्साई इंग वेन की यात्रा शुरू होने से पहले चीन ने कहा कि अगर ताइवान की राष्ट्रपति अमेरिकी हाउस स्पीकर केविन मैक्कार्थी से मिलती हैं, तो वह पूरी तरह से हमला करेगा, क्योंकि बीजिंग अपनी संप्रभुता के उल्लंघन पर चुप नहीं बैठेगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘यह चीनी पक्ष नहीं है, जो ओवररिएक्ट करता है, बल्कि अमेरिकी पक्ष है, जो ताइवान की स्वतंत्रता के अलगाववादी ताकतों का समर्थन करता रहता है।’
त्साई इंग-वेन ने रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘चीनी दबाव हमारे दृढ़ संकल्प को अंतरराष्ट्रीय समाज की ओर बढ़ने से नहीं रोक पाएगा।’ त्साई ने कहा, ‘हम शांत, आत्मविश्वासी, समझौता न करने वाले और बिना उकसावे वाले हैं।’ बता दें कि पिछले साल, तत्कालीन यूएस हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरा करने के बाद, चीन ने कई मिसाइलें दागीं और ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यास शुरू किया। उनकी यात्रा ने अमेरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को भी तनावपूर्ण बना दिया।
अमेरिका ने म्यांमार में 40 राजनीतिक दलों को खत्म करने के फैसले की निंदा की
संयुक्त राज्य अमेरिका ने नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी सहित 40 राजनीतिक दलों को खत्म करने के म्यांमार सेना के फैसले की “कड़ी” निंदा की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बुधवार को इसपर बयान जारी किया। पटेल ने कहा कि म्यांमार में सभी हितधारकों की भागीदारी के बिना चुनावों को “स्वतंत्र या निष्पक्ष” नहीं माना जाएगा। उन्होंने आंग सान सू की के नेतृत्व वाली नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) सहित राजनीतिक दलों को भंग करने के म्यांमार सेना के फैसले के बारे में एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की। बोले, ‘हम बर्मा सैन्य शासन के 40 राजनीतिक दलों को समाप्त करने के फैसले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें, जैसा कि आपने उल्लेख किया है, नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी भी शामिल है।’
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