बीजिंग। चीन में कोरोना से हालात बेहद चिंताजनक हैं। जिसके चलते दुनिया के कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन प्रतिबंधों से चीन बुरी तरह बौखला गया है और अब बदले की कार्रवाई पर उतर आया है। बता दें कि चीन ने दक्षिण कोरियाई नागरिकों को मिलने वाले शॉर्ट टर्म वीजा पर रोक लगा दी है।
दक्षिण कोरिया में मौजूद चीन के दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा है कि जब दक्षिण कोरिया, चीनी नागरिकों को खिलाफ भेदभावपूर्ण प्रतिबंधों को हटा लेगा तो दूतावास उसके बाद अपनी पॉलिसी को एडजस्ट करेगा। चीन के विदेश मंत्री किन गेंग ने हाल ही में दक्षिण कोरिया के चीनी नागरिकों के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों पर चिंता जाहिर की थी और इस मुद्दे को लेकर दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री पार्क जिन से टेलीफोन पर बातचीत भी की थी। दोनों के बीच बातचीत के एक दिन बाद ही चीन ने यह कदम उठाया है।
चीन का यह कदम बदले की कार्रवाई माना जा रहा है क्योंकि दक्षिण कोरियाई सरकार ने भी 5 जनवरी से चीन से आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। जिसके तहत चीन से दक्षिण कोरिया आने वाले लोगों को यात्रा से पहले और दक्षिण कोरिया पहुंचने के बाद कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। साथ ही जो यात्री कोरोना संक्रमित पाया जाता है, उसे एक निर्धारित समय तक क्वारंटाइन रहना होगा। दक्षिण कोरिया ने भी चीन के नागरिकों को दिया जाने वाला शॉर्ट टर्म वीजा इस माह के अंत तक बंद कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि चीन में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद चीन की सरकार ने अपने वहां कोरोना प्रतिबंधों में छूट दे दी है और पड़ोसी देशों के साथ अपनी सीमा भी खोल दी है। इससे दुनियाभर के देश चिंतित हैं। यही वजह है कि विभिन्न देशों ने चीनी यात्रियों के खिलाफ प्रतिबंध लगा दिए हैं।
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