उज्जैन। दो दिन से चल रही उत्तर पूर्वी सर्द हवाओं ने उज्जैन शहर को ठिठुराकर रख दिया है। बीती रात और आज की सुबह इस बार ठंड के सीजन की सबसे ठंडी साबित हुई है। वेधशाला में आज सुबह न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री रह गया। कड़ाके की ठंड के कारण अलाव भी जलने लगे हैं। गुरुवार सुबह से मौसम में बदलाव आया था। बादल छटने के साथ ही शीत लहर शुरु हो गई थी। इसके असर के चलते एक दिन पहले न्यूनतम तापमान घटकर 14.4 डिग्री रह गया था। वहीं कल दिन में अधिकतम तापमान भी 20 डिग्री दर्ज हुआ था। इधर लगातार 24 घंटे 6 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही शीत लहर में बीती रात और आज की सुबह को इस साल में अब तक की सबसे ठंडी सुबह में तब्दील कर दिया। कल सुबह दर्ज हुआ न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री से घटकर आज सुबह 10.7 डिग्री पर आ गया। वेधशाला अधीक्षक डॉ. आर.पी. गुप्त ने बताया कि अगले 72 घंटे और शीतलहर चलने के आसार हैं। हो सकता है अगले 24 घंटे में उज्जैन शहर का न्यूनतम तापमान इससे भी नीचे चला जाए।
लोगों ने अलाव जलाकर ठंड का मुकाबला किया, निगम भी जलाए रैन बसेरों पर अलाव
शीत लहर के चलते ही शहर में एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों और चौराहों पर लोगों ने सर्दी से बचने के लिए अलाव तापना शुरु कर दिया है। आज सुबह भी बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन तथा आसपास के क्षेत्रों में लोग सड़क किनारे अलाव जलाकर तापते दिखाई दिए। बढ़ती सर्दी के साथ ही होटलों पर गर्म दूध और जलेबी की माँग भी बढ़ गई है। भ्रमण करने वाले लोग होटलों पर गर्म दूध और जलेबी का सेवन करते भी दिखाई दिए।
दूसरे दिन भी छाया रहा कोहरा
शीत लहर के बीच आज सुबह भी देर तक शहर में कोहरा छाया रहा। कोहरा छटने के साथ-साथ शीत लहर और बढ़ गई। मौसम के जानकारों का कहना है कि कोहरे के बाद मौसम साफ होने के कारण पहाड़ी राज्यों से आ रही सर्द हवाएँ मैदानी इलाकों में तापमान लगातार गिरा रही हैं। इसी के चलते पिछले दो दिन से शहर में लोगों को कड़ाके की सर्दी का एहसास होने लगा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved