इंदौर। इंदौर (Indore) के अनाथ आश्रम (orphanage) में 12 बच्चों (Children’s) की तबीयत (health) बिगड़ गई। दो दिन में चार बच्चों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मल्हारगंज थाना क्षेत्र में ‘श्री युगपुरुष धाम’ के बाल आश्रम में रविवार से मंगलवार के बीच 48 घंटे के भीतर भीतर शुभ (आठ), करण (12), आकाश (7) और छोटा गोविंद (5) ने दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तीनों बच्चों की मौत का वास्तविक कारण पता चल सकेगा।
अधिकारियों ने बताया कि बाल आश्रम में अलग-अलग इलाकों से लाए गए बच्चे रहते हैं जिनमें अनाथ और मानसिक परेशानियों से जूझ रहे बच्चे शामिल हैं। चारों बच्चों की मौत से मचे हड़कंप के बाद प्रशासन के अलग-अलग विभागों के संयुक्त दल ने बाल आश्रम पहुंचकर जांच शुरू की।
दल की अगुवाई कर रहे अतिरिक्त जिलाधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि बाल आश्रम में कुल 204 बच्चों को रखा गया था जिनमें से तीन बच्चों की पिछले 48 घंटे में मौत हो गई। एडीएम ने बताया, ‘‘आश्रम की विस्तृत जांच जारी है। जांच में आश्रम संचालकों की कोई लापरवाही पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।’’ उन्होंने बताया कि खाद्य विभाग के दल ने आश्रम से भोजन और राशन के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय के अधीक्षक ने बताया, ‘‘आश्रम के 12 बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत के साथ हमारे अस्पताल में भर्ती किया गया। इनमें से दो बच्चों की हालत शरीर में पानी की कमी के कारण गंभीर हैं। उनकी हालत में सुधार के प्रयास जारी हैं।’’
उन्होंने बताया कि एमवायएच में भर्ती कराए गए बच्चों की उम्र 14 साल से कम है। जिलाधिकारी आशीष सिंह ने एमवायएच पहुंचकर बीमार बच्चों के हाल-चाल जाने। उन्होंने बताया, ‘‘चिकित्सकों के मुताबिक पहली नजर में मामला खाद्य विषाक्तता का लग रहा है।’’
‘श्री युगपुरुष धाम’ के बाल आश्रम की प्राचार्य अनीता शर्मा ने दावा किया कि उनके संस्थान में दम तोड़ने वाले तीन बच्चों में से दो की मौत दिमागी दौरा पड़ने से हुई। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चे दिमागी दौरे पड़ने की पुरानी बीमारी से जूझ रहे थे और उनका उपचार भी कराया जा रहा था।
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