भोपाल। प्रदेश में आज से 15 से 18 साल की आयु तक के बच्चों का टीकाकरण शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राजधानी भोपाल में सुभाष उत्कृष्ठ उमावि में बच्चों के टीकाकरण का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बच्चों का टीकाकरण युद्ध स्तर पर हो। बच्चों को कोवैक्सीन ही लगाई जाना है। इसका ध्यान रखना होगा। वैक्सीनेशन केवल स्कूलों में ही होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण करवाकर ही हम चैन की साँस लेंगे। यह सबसे बड़ी सुरक्षा है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ वैक्सीनेशन सुनिश्चित करायें। समन्वय करके टेस्ट की संख्या बढ़ायें। ब्लॉक स्तर पर कोविड केयर सेन्टर बनाने की तैयारी कर लें। अस्पतालों में भीड़ न बढ़े इसके लिए कोविड केयर सेन्टर्स पर मरीजों को रखें। अस्पताल भी चाक-चौबंद रहें।
जिले टीकाकरण को आगे बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज में 90 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले जिले मेहनत कर प्रतिशत को बढ़ायें। प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए तीसरी लहर से बचने की पूरी तैयारी रखने की जरूरत है। एक्टिव केस 608 हो गए हैं। गत 21 नवम्बर को केवल 85 केस थे। ओमिक्रॉन के 11 केस आए हैं जो पूरे स्वस्थ हो गए हैं। कोरोना को पराजित करने के लिए हम सब मिलकर प्रयास करें। मुख्यमंत्री चौहान आज निवास से जिला, विकास खंड, वार्ड और पंचायत स्तरीय क्रॉइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, साउथ अफ्रीका में बहुत अधिक केस आए हैं। इनकी स्थिति को ध्यान में रखकर प्रदेश में तीसरी लहर से बचने की तैयारी पूरी कर ली जाए।
होम आइसोलेशन पहली प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन हमारी प्राथमिकता होगी। जिनको घर में रखें उन्हें किट भी दें। पीएसए प्लांट क्रियाशील रहें। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में निजी अस्पतालों का अनुबंध 31 मार्च तक बढ़ाया गया है। इसके लिए सभी कलेक्टर तेजी से अनुबंध करें। मुख्यमंत्री ने सार्थक पोर्टल पर बिस्तरों की संख्या उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
निर्धारित दरों पर हो इलाज
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट को सक्रिय किया जाये। रैपिड रिस्पांस टीम सूचना प्राप्त होते ही तत्काल पहुँचे। सार्थक पोर्टल पर रोज वांछित जानकारी अपलोड की जाए। सरकार द्वारा निर्धारित दर पर इलाज हो। साफ-सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था हो। किसी भी स्थिति में ऑक्सीजन की कमी न हो। यह सबसे जरूरी
आवश्यकता है।
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