15 साल की बच्ची को बेटी भी कहता था, हरकत भी करता था, धर्म बदलने के लिए बना रहा था दबाव
इंदौर। आरिफ हुसैन (Arif Hussain) नामक एक शख्स के घर से चार बच्चों (Children) को उनकी नानी और रिश्तेदारों ने मुक्त कराया। बताया जा रहा है ये बच्चे आपस में भाई-बहन है। इनकी मां इन्हें आरिफ हुसैन के घर लेकर गई थी। वह सबसे बड़ी बच्ची को एक ओर तो बेटी कहता था, वहीं दूसरी ओर बुरी हरकत भी करता था, साथ ही बच्ची पर धर्म बदलने का दबाव भी बनाता था।
बाणगंगा पुलिस ( Banganga Police) ने 15 साल की एक बच्ची की शिकायत पर उसकी मां के प्रेमी आरिफ हुसैन (Arif Hussain) निवासी अरविंदो अस्पताल (Aurobindo Hospital) के पास के खिलाफ पाक्सो एक्ट (Paxo Act) सहित धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है। पीडि़ता बच्ची 8वीं की छात्रा है। उसके तीन अन्य भाई-बहन हैं। पीडि़ता का कहना है कि माता-पिता में अनबन होती थी। आरिफ घर में आना-जाना था। कुछ माह पहले मां आरिफ के घर में सभी भाई-बहनों को लेकर चली गई। जब मां आरिफ के घर से किसी काम से बाहर जाती तो वह गंदी हरकते करता था। लेकिन जब मां घर लौट आती तो वह बेटी कहकर बात करता था। वह उसे धमकाता था कि मां को बताया तो मुंबई बेच आऊंगा और तुम्हारे भाई-बहनों को मार डालूंगा। इससे वह डर गई थी। वह कहता था कि तू धर्म बदल ले मैं तुझसे निकाह कर पत्नी बना लूंगा। वह मां को भी बुर्का पहनाता था। पीडि़ता का कहना है कि 20 अगस्त को आरिफ मां को लेकर मुंबई गया तो पीडि़ता ने उसकी नानी से संपर्क कर उन्हें आरिफ के घर बुलाया और सभी नानी के घर चले गए। पीडि़़ता का यह भी कहना है कि मां हमेशा कहती थी कि तेरे पिता से शादी करने से पहले ही उसने आरिफ से निकाह किया था। फिलहाल आरिफ और पीडि़ता की मां फरार है। जिनकी पुलिस तलाश में लगी हुई है।
महिला की भूमिका की पकड़ाने के बाद पड़ताल करेंगी पुलिस
पूरे मामले को लेकर बाणगंगा पुलिस का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम में 15 साल की बच्ची के साथ गलत हुआ है जिसके चलते उसकी शिकायत पर कार्रवाई की गई है। आरिफ को इस मामले में आरोपी बनाया गया है। पीडि़ता की मां और आरिफ दोनों फरार है, जिनके पकड़ाने के बाद स्थिति साफ होगी कि पीडि़ता की मां का इस मामले में कितना कसूर था। आशंका है कि वह भी आरिफ के साथ मिली हुई थी।
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