उज्जैन। कोरोना के कारण चालू शिक्षा सत्र भले ही अनिश्चितता लिए हुए हो, लेकिन प्रदेश का स्कूली शिक्षा विभाग आगामी शिक्षा सत्र 2021-22 में स्कूलों का युक्तियुक्तकरण करेगा। ऐसे स्कूल जोकि 15 किमी के दायरे में आते हैं, उनकी सूची भी विभाग ने तैयार कर ली है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने घोषणा की थी कि नया शिक्षा सत्र 2021-22,1 अप्रेल से प्रारंभ हो जाएगा। इधर प्रदेश के स्कूली शिक्षा विभाग का मानना है कि इस समय प्रदेशभर में ऐसे अनेक शासकीय स्कूल हैं जोकि कक्षा 1 से 12 तक अलग-अलग स्थानों पर संचालित हो रहे हैं किंतु उनमें छात्र संख्या निरंक है, जबकि स्कूल में कक्षाओं के मान से शिक्षक पदस्थ है तथा शिक्षकों के पास काम ही नहीं है। ऐसे अनेक उदाहरण विभाग के सामने जिला स्तर से आए हैं कि कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल में पूरा स्टॉफ होने के बाद भी गिनती के बच्चे ही पढ़ाई कर रहे हैं। यही स्थिति माध्यमिक, हाई एवं हायर सेकण्डरी स्कूलों की है।
सूत्रों के अनुसार विभाग द्वारा ऐसे स्कूलों की सूची बना ली गई है। एक समय था जब गांवों से दूर स्कूल होने पर पालक बच्चों को पढऩे नहीं भेजते थे। अब स्कूल हैं लेकिन पालक पढऩे नहीं भेज रहे हैं। इसके पिछे का एक कारण कांवेंट संस्कृति भी बताया जा रहा है। अंचलों में अब निजी स्कूल संचालकों ने अच्छी पेठ बना ली है तथा बसों के माध्यम से बच्चों को स्कूल लाने-ले जाने की सुविधा प्रदान की गई है। यही कारण है कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का जोर पालकों के परिवार में रहता है। इसकी पूर्ति के चलते शासकीय स्कूलों में संख्या दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है। केवल हाई और हायर सेकण्डरी स्कूल ही ऐसे हैं, जहां संख्या ठीक ठाक रहती है।
इस संबंध में चर्चा करने पर सहायक संचालक शिक्षा अभयसिंह तोमर ने कहाकि ऐसे आदेश आए हैं। जानकारी भेजी है। आगामी शिक्षा सत्र के लिए जैसे निर्देश मिलेंगे,काम करेंगे।
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