कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने सभी उम्र के लोगों को संक्रमित किया है, इसमें बच्चे भी शामिल हैं। हालांकि ज्यादातर बच्चों में संक्रमण के हल्के लक्षण ही देखे गए हैं। संक्रमण की दूसरी लहर जैसे-जैसे खत्म होती दिख रही है, वैसे ही पोस्ट कोविड के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच कोविड-19 से ठीक हो चुके ज्यादातर बच्चों में एक गंभीर बीमारी देखने को मिल रही है, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने मल्टी इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमआईएस-सी) बीमारी के रूप में इसकी पहचान की है। डॉक्टर इसे कावासाकी सिंड्रोम से जोड़कर देख रहे हैं, जिसके कारण बच्चों में गंभीर जटिलताएं देखने को मिल सकती हैं, इतनी ही नहीं इससे ठीक होने में 6 महीने से अधिक का समय लग सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोविड-19 से ठीक हो रहे बच्चों में 4-6 सप्ताह बाद एमआईएस-सी के लक्षण देखे जा रहे हैं। लक्षणों की समय से पहचान करके बच्चों को त्वरित इलाज महैया कराना बेहद आवश्यक हो जाता है।
बच्चों में पोस्ट कोविड समस्याएं : डॉक्टरों के मुताबिक एमआईएस-सी के ज्यादातर मामले कोविड-19 से ठीक हो चुके बच्चों में देखने को मिल रहे हैं। कोविड के बाद प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण से अधिक प्रतिक्रिया करती है, जिसके कारण शरीर के कई हिस्सों में गंभीर सूजन की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में बच्चों को बुखार, सिरदर्द, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के साथ ज्यादातर मामलों में त्वचा से संबंधित बदलावों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
त्वचा पर देखे जा रहे हैं कई बदलाव : अध्ययन के दौरान अस्पताल में भर्ती एमआईएस-सी वाले 35 बच्चों के लक्षणों को विशेषज्ञों ने विस्तार समझने की कोशिश की। विशेषज्ञों ने 83 फीसदी से ज्यादा बच्चों की त्वचा पर म्यूकोजल लक्षण (त्वचा पर चकत्ते, सूजन और लालिमा) देखे। इस आधार पर विशेषज्ञ कहते हैं कि इस समय बच्चों की त्वचा पर एलर्जी और संक्रमण के कारण होने वाली समस्याओं की भी बारीकी से निगरानी करनी चाहिए। त्वचा पर ये लक्षण हल्के या मध्यम हो सकते हैं लेकिन इसका शीघ्रता से उपचार बेहद आवश्यक होता है।
मल्टी इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम के लक्षण : स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक चूंकि ज्यादातर बच्चों में कोविड-19 के एसिम्टोमैटिक या हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं, इसलिए मल्टी इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम के लक्षणों पर ज्यादा गौर नहीं किया जाता रहा है। कोविड-19 के निगेटिव रिपोर्ट वाले कई बच्चों में भी इस तरह के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। इसलिए बच्चों में नजर आ रहे लक्षणों और कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों को ध्यान में रखते हुए समय पर इसका निदान किया जाना चाहिए।
एमआईएस-सी के त्वचा संबंधी लक्षण
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