भोपाल। राजधानी सहित प्रदेशभर में आज बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जा रही है। पहले दिन पोलियो की दवा बूथ स्तर पर पिलाई जा रही है। इसके बाद दो दिन तक हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के रजत जयंती वर्ष की शुरुआत बच्चों को घर पर ही पल्स पोलियो की खुराक पिलाकर की। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य आयुक्त डॉक्टर संजय गोयल, प्रबंध संचालक स्वास्थ्य मिशन छवि भारद्वाज, राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला उपस्थित थे। यह पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का रजत जयंती वर्ष है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंडों पर भी टीम तैनात की गई है। पहले 17 जनवरी को पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान रखा गया था। इसी बीच कोरोना टीकाकरण शुरू होने के कारण इसे टाल दिया गया था। पिछले साल 19 जनवरी को भी यह अभियान प्रदेश में चलाया गया था। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भारत के कुछ पड़ोसी देशों में पल्स पोलियो के मरीज अभी भी मिल रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश समेत देशभर में पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान चलाना पड़ रहा है। साल में यह अभियान एक बार चलाया जाता है। जब तक पड़ोसी देशों से पोलियो खत्म नहीं होगा। भारत में इसी तरह से पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान चलाना पड़ेगा। कोरोना का असर पल्स पोलियो अभियान में भी देखने को मिल रहा है। संक्रमण के डर के चलते बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए के लिए कम लोग बूथों पर पहुंच रहे हैं। पहले दिन बूथ पर नहीं आने वाले बच्चों को घर में जाकर दवा पिलाई जाएगी। कोरोना के चलते दूसरे राज्यों से आए लोगों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे वह छूट न सकें। जिन समुदायों में टीकाकरण के प्रति विरोध है वहां जनप्रतिनिधियों के माध्यम से उन्हें प्रेरित किया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved