विदिशा। मदरसे में हिन्दू बच्चो के पढने का मामला शांत नहीं हुआ कुछ दिन पहले बाल संरक्षण के आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मामले को संज्ञान में लिया था जिस पर प्रशासन ने जांच के बाद रिपोर्ट पेश की थी जिसमें कहा था कि हिन्दू समाज का कोई बच्चा मदरसे मे पढने नहीं जाता । गुरूवार को आयोग के सदस्यो के सामने फिर मामले मे नया मोड लिया है निरीक्षण में अनेको खामिया मिली है जो प्रशासन की जॉच रिपोर्ट पर सवालिया निशान लगाती है। मरियम मदरसा की जांच करने आये बाल सरंक्षण आयोग के सदस्यों ने जॉच पड़ताल में अनेको अनिमित्ताएं पाई गई ।
बच्चों से चर्चा के दौरान हिन्दू बच्चो ने स्वीकारा की वह मदरसे में पढने आते है इसके अलावा बच्चो की अनुपस्थिति पाई गई बच्चो को माध्यान भोजन नहीं मिलता और शिक्षको के नाम पर मात्र एक टीचर है वह भी अनफिट दिखाई दे रहे है । माध्यान भोजन कागजो में चल रहा है स्टाप की कमी और मदरसा संचालक का निधन होने के वाद कोई जिम्मेदार देखरेख करने वाला नहीं है। तीन कमरे में संचालित मदरसे में 46 बच्चे दर्ज है जिनमें कई हिन्दू बच्चो के नाम भी शामिल है । मदरसे में किचिन और टायलेट एक साथ बने है। बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा और आयोग सदस्य ओमकार सिंह ने मदरसे का दौरा किया।
स्कूल और मदरसे की मिली थी शिकायत
राष्टीय बाल संरक्षण आयोब सदस्य डां निवेदिता शर्मा एवं औमकार सिंह ने कहा कि मदरसे और स्कूल की शिकायत मिली थी ए मदरसे में बहुत सारी खामिया मिली है बच्चो के लिए कोई पढाई की व्यवस्था नहीं है बच्चो का भविष्य वर्वाद हो रहा है ऐसी संस्थान को बंद कर देना चाहिए वहीं सदस्य डॉ निवेदिता ने कहा कि हिन्दू समाज के बच्चे मदरसे में मिले है।
पाप के भागीदारी मत बनो सुरेश ए डॉ निवेदिता
बाल संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ निवेदिता ने बच्चो के माध्यान भोजन की जानकारी लेते हुए मदरसे शिक्षक को फटकार लगाई की श्री मति शर्मा ने कहा कि मुझे आपको देखकर लग रहा है आप बच्चो के भविष्य को खतरो में डाल रह ेन्होने आगे कहा कि बच्चो को शौचालय के पास खाना खिलवाते हो ।
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