मुंबई। महाराष्ट्र महिला आयोग (Maharashtra Women’s Commission) की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर (Rupali Chakankar) ने दावा किया है कि कोरोना लॉकडाउन (corona lockdown) के बाद राज्य (State) में बाल विवाह (child marriage) की संख्या में इजाफा हुआ है। सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित करते हुए रुपाली चकनकार ने यह बात कही। चाकणकर ने बताया कि अकेले लातूर में 37 बाल विवाह रोक गए हैं और दो घटनाओं में मामले भी दर्ज किए गए हैं।
महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष ने हालांकि अपने दावे को साबित करने के लिए कोई तथ्य या समय सीमा नहीं पेश की, जिससे पता चले कि महाराष्ट्र में बाल विवाह के मामले बढ़े हैं। रुपाली चाकणकर ने बताया कि ग्राम सभाओं में बाल विवाह पर रोक के लिए सख्ती से प्रस्ताव पारित किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन के बढ़ते इस्तेमाल और तकनीक के अन्य प्रकारों की वजह से माता-पिता और बच्चों में संवाद में कमी आई है। इसके चलते लड़कियां प्यार में पड़ जाती हैं।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस की दामिनी स्कवॉड को ज्यादा से ज्यादा लड़कियों से बात करनी चाहिए और उन्हें जागरुक करना चाहिए। आयोग को ‘महिला आयोग अपल्या दारी’ के तहत राज्य के 28 जिलों से करीब 18000 शिकायतें मिली हैं। लातूर से 93 शिकायतें मिली हैं और उन्हें सुलझाने की कोशिश जारी है। इस दौरान एमएलसी विक्रम काले, कलेक्टर वर्षा ठाकुर घुगे, एसपी सोमे मुंडे और जिला सीईओ अनमोल सागर भी मौजूद रहे।
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