वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने सिगरा स्थित रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के राजदूत सुज़ुकी सतोशी (Prime Minister Narendra Modi and Ambassador of Japan Suzuki Satoshi) का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी के लोगों के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। 14 जुलाई, 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि पूजन कर जापान के सहयोग से इस अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष की आधारशिला रखी गयी थी। काशी धर्म, आध्यात्म, साहित्य, कला और संगीत की पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुड़ा देश का बहुत महत्त्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। लेकिन विद्वानों, कलाकारों, साहित्यकारों के लिए एक ऐसा मंच नहीं था। जहां से एक साथ इतने बड़े पैमाने पर अपनी कलाओं को एक साथ देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों व विशेष कर काशी में दशकों से इसकी मांग थी। आज अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इस कन्वेंशन सेंटर का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन कर जनता को समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का ह्रदय से आभार जताते हुए कहा कि 1200 सीट के क्षमता का यह अंतरराष्ट्रीय कंवेंशन सेंटर तीन वर्ष में ही बनकर तैयार हुआ। सेंटर अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए यह जाना जायेगा, एक अद्भुत केंद्र है। अब यहां अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का साक्षी बनने का अवसर काशीवासियों को प्राप्त होगा। जापान सरकार के सहयोग,भारत और जापान के मैत्री के इस नये युग को तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रारम्भ किया था। यह हमें उस प्राचीन परम्परा की याद दिलाता है जब बौद्ध धर्म का पहला कदम जापान की धरती पर पड़ा था।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अंगवस्त्रम भेट कर उनका स्वागत किया एवं रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का प्रतीक स्मृति चिन्ह स्वरूप भेट किया। बताते चले, भारत-जापान की वर्षों से चली आ रही मैत्री के प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की नींव 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अपने वाराणसी दौरे के दौरान रखी थी। सेंटर को सांस्कृतिक व आधुनिक समागम के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। 186 करोड़ की लागत से तैयार सेंटर शिवलिंग के आकार में निर्मित है। खुद में एक अद्वितीय कन्वेंशन सेंटर है। जिसमें जापानी और भारतीय दोनों ही प्रकार की वास्तुशैलियों का संगम दिखता है। सेंटर के बाहरी हिस्से में 108 सांकेतिक रुद्राक्ष लगाए गए हैं, जो एल्युमिनियम के बने हैं। तीन एकड़ में तैयार कन्वेंशन सेंटर परिसर में जापानी शैली का गार्डन व लैंडस्केपिंग भी की गई है। पार्किंग सुविधा को सुलभ बनाने के आशय से बेसमेंट में 120 गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से सेंटर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। विद्युत आपूर्ति हेतु बिजली कनेक्शन के साथ-साथ सौर ऊर्जा का भी प्रबंध किया गया है। (एजेंसी, हि.स.)
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