भोपाल। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में बीते दो दिन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। नशे के सौदागरों को मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं रहने दिया जाएगा। मैंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं, जल्द ही दोषी सलाखों के पीछे होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार सुबह अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर उज्जैन में जहरीले नशीले पदार्थ के सेवन से हुई मौतों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली और निर्देश दिये कि लोगों में नशे की आदत और अवैध रूप से ऐसे पदार्थों की आपूर्ति व बिक्री पर नजर रखी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन की तरह अन्य स्थानों पर यदि ऐसी वस्तुएं बेची जा रही हों तो दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। प्रदेश में नशे के सौदागरों को नेस्तनाबूत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को भी ऐसे पदार्थों की बिक्री और आपूर्ति करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव बैंस ने बताया कि वे आज ही इस संबंध में एक अभियान की रूपरेखा को अंतिम रूप दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरों के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाए। किसी भी तरह की मिलावट का मामला हो, दोषी व्यक्ति बचना नहीं चाहिए। आम जनता को बचाने के लिए सभी संबंधित विभाग सतर्क, सजग और सक्रिय रहें।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में किसानों से किए जा रहे उपार्जन कार्य के संबंध में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने खाद्य, सहकारिता और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि खरीद से संबंधित कार्य व्यवस्थित रूप से संपन्न हो। आवश्यक अमले को दायित्व देकर इन कार्यों को बखूबी पूर्ण करने के निर्देश दिए जाएं। किसानों को कोई असुविधा नहीं होना चाहिए। पंजीयन कार्य और खरीदी केंद्र संख्या इस तरह से निर्धारित हो कि सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो।