जयपुर । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने कांग्रेस की 7 गारंटियों पर (On 7 Guarantees of Congress) बहस करने की (To Debate) पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे (Former Chief Minister Vasundhara Raje) को चुनौती दी (Challenged) । कांग्रेस की गारंटियों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीधे चुनौती देते हुए कहा है कि वे चाहते हैं कि विरोधी दल की नेता वसुंधराराजे कांग्रेस की 7 गारंटियों पर उनके साथ एक सार्वजनिक बहस करें, क्योंकि राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 7 गारंटियां ही मुख्य मुद्दा हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले वीरवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ने बाल, बिलाड़ा, पाली, और जोधपुर में प्रचार अभियान का आगाज करते हुए कहा था कि जनता मूर्ख नहीं है, जो कांग्रेस की झूठी गारंटी में आ जाए। उन्होंने कहा कि आश्चर्य होता है जिसकी खुद की वारंटी नहीं, वह कांग्रेस अब लोगों को गारंटी देने लगी। गहलोत जाते-जाते राहत का ऐसा जादुई पिटारा खोल रहे है, जिसमें दिखावे के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने पूरे समय जनता को ज़ख़्म दिए, अब झूठे सपने दिखा रहें हैं, पर जनता जानती है कि आख़िरी समय में कांग्रेस की ये राहत घोषणाएँ सिर्फ़ चार दिन की चाँदनी है।
उन्होंने कहा कांग्रेस के यह पाँच साल राजस्थान के लिए काले अध्याय के समान थे, जिसमें महिलाओं की चीखे थी, किसानों के आंसू थे, युवाओं के अरमानों पर पानी था और दलितों पर अत्याचार की कहानी थी। कांग्रेस सरकार ने फ़्यूल सरचार्ज के नाम पर साढ़े 56 करोड़ की वसूली की और जून में 100 यूनिट बिजली फ्री की। यानी आपका पैसा आपसे ही छीनकर आपको बिजली फ्री के रूप में लौटा रहे है, लेकिन छीना ज़्यादा, दे रहे हैं बहुत कम। हमारे समय में ट्रांसफ़ॉर्मर 72 घंटे में बदले जाते थे, आज 72 दिन में भी नहीं। ट्रांसफॉर्मर ख़रीदने के लिए सरकार के पास पैसा ही नहीं है।
आप सब जानते हैं कि ये 5 साल आपने कैसे निकाले। बहन बेटियों की इज्जत नीलाम हुई। आए दिन निर्दोष लोगों की हत्याएँ हुई। छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुए। इसलिए वोट उसको दें जो आपकी बेटी की सुरक्षा करे। राहुल गांधी ने 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ़ करने का वादा किया। आज तक पूरा नहीं। उल्टा 19 हज़ार से ज़्यादा किसानों की ज़मीन कुर्क हुई। अब तक 350 किसानों ने आत्महत्या की।
वादा करके भी बेरोगारी भत्ता नहीं दिया। 19 बार पेपर लीक होने से 70 लाख युवाओं का भविष्य चौपट। युवा आत्महत्या कर रहें हैं। नरेगा में समय पर पैसा नहीं। कांग्रेस के इस कुराज में राजस्थान रेप और महिला, दलित अत्त्याचर, भ्रष्ट्राचार, कर्ज, बेरोजगारी, महंगाई, हिंदुओ और संतों पर अत्त्याचार और झूठे वादों में नंबर वन है।
इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि पिछले 5 साल के दौरान उन्होंने ऐसी शानदार योजनाएं प्रदेशवासियों को दी हैं, जिनकी पूरे देश में चर्चा है। कई राज्य राजस्थान की स्कीमों का अनुसरण कर रहे हैं। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने सोशल सिक्योरिटी के सेक्टर में काफी काम किया है। चाहे वह सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने का मामला हो चाहे चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था हो।
महिलाओं और छात्राओं को मुफ्त स्मार्ट फोन दिए जा रहे हैं। पशुपालकों को बीमा दिया गया है। किसानों को 2000 यूनिट और 100 यूनिट तक बिजली फ्री की गई है। वहीं 200 यूनिट तक फ्यूल सरचार्ज आदि माफ किए गए हैं। वे चाहते हैं कि केंद्र सरकार सोशल सिक्योरिटी का कानून बनाए। इन योजनाओं का राजस्थान में शानदार रिस्पांस मिल रहा है।
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