नई दिल्ली। तेलंगाना में हत्या का एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है, जिसे जानकर सभी हैरान हैं, क्योंकि पुलिस ने एक शख्स की हत्या के सिलसिले में एक मुर्गे को अपनी कस्टडी में रखा है। दरअसल, तेलंगाना के जगतियाल जिले में एक मुर्गे ने गलती से अपने मालिक को मार डाला गया। अब इसे पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। हालांकि, पुलिस ने हत्या के आरोप के तहत मुर्गे को गिरफ्तार करने की खबरों का खंडन किया है।
दरअसल, अवैध कॉक फाइट (मुर्गों के बीच की लड़ाई) की तैयारी के दौरान मुर्गे के पैर से बंधा एक चाकू गलती से 45 वर्षीय थानुगुल्ला सतीश की कमर के नीचे कट गया। यह घटना 22 फरवरी को लथुनुर गांव में हुई थी, जब सतीश अवैध कॉक फाइट के लिए मुर्गा लेकर आया था, मगर इस घटना ने उसकी जीवनलीला ही समाप्त कर दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्गे की लड़ाई के दौरान ही मुर्गे के पैर में बंधे चाकू से सतीश घायल हो गया। इसके बाद सतीश के शरीर से काफी खून बहने लगा। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। चूंकि इस राज्य में कॉक फाइट बैन है, इसलिए लोगों के एक समूह ने चोरी-छिपे गांव में येलम्मा मंदिर के पास मुर्गे की लड़ाई का आयोजन किया था।
इस घटना के बाद पुलिस मुर्गे को गोलापल्ली थाने में ले आई, जहां उसे रखा गया है और पुलिस कर्मी उसकी देखभाल कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए भोजन की भी व्यवस्था की। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने मुर्गे को अपने मालिक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर रखा है, मगर पुलिस ने इसका खंडन किया है। गोलापल्ली थाने के अधिकारी बी जीवन ने स्पष्ट किया कि मुर्गे को न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुर्गे की सुरक्षा की जिम्मेदारी ली है।
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