रायपुर। एक अप्रैल 2021 से नए वित्त वर्ष की शुरुआत महंगाई के झटके के साथ हो रही है। आपके जरूरत और रोजमर्रा इस्तेमाल की कई चीजें 1 अप्रैल से महंगी हो जाएंगी। दूध से लेकर एसी-कूलर सहित हवाई सफर तक सबकुछ महंगा हो जाएगा। कारों की सवारी महंगी होगी तो स्मार्टफोन खरीदना भी महंगा हो जाएगा।
दरअसल देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने यूनियन बजट 2021 के भाषण में डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल पार्ट्स और चार्जर्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का ऐलान किया था, जिससे 01 अप्रैल से स्मार्टफोनस के दाम बढ़ना तय माना जा रहा है।
कार या बाइक होगा महंगा : अगर आप कार या मोटर बाइक खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो 1 अप्रैल से पहले ही खरीदना ही लाभकारी होगा क्योंकि इसके बाद ज्यादातर कंपनियां दाम बढ़ाने वाले है। कई बड़ी काट मैन्युफैक्चरिंग कम्पनीज़ ने दाम बढ़ाने का एलान कर दिया है।
टीवी का शौक पड़ेगा जेब पर भारी : अप्रैल 2021 से टीवी खरीदना महंगा होना तय माना जा रहा है। बता दें कि बीते करीब एक साल में टीवी की कीमतों में 3 से 4 हजार रुपये तक की पहले ही बढ़ोत्तरी हो चुकी है। वहीं 1 अप्रैल 2021 से टीवी की कीमतों में कम से कम 2 से 3 हजार रुपये की बढ़ोतरी होना बताया जा रहा है।
एसी-फ्रिज भी महंगा : मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस साल गर्मी का सितम होगा मसलन यह कि गर्मी से आप और हम हलाकान होने वाले हैं और भीषण गर्मी में ठंडी हवा या पानी की तलाश में एसी-फ्रिज खरीदना महंगा पड़ने वाला है, क्योंकि 1 अप्रैल से एसी कंपनियां कीमत में बढ़ोतरी का प्लान कर रही है। कंपनियां कच्चे माल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के चलते एसी की कीमत बढ़ाने की तैयारी पूरी कर चुकी है। जानकारों की माने तो एसी कंपनियां कीमत में 4-6 फीसदी बढ़ोतरी की तैयारी कर चुकी है, जिससे कीमतों में 1500 रुपये से 2000 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है।
हवाई सफर भी होगा महंगा : केंद्र सरकार ने घरेलू उड़ानों के लिए किराए की न्यूनतम सीमा 5 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया है। 1 अप्रैल से एविएशन सिक्सोरिटी फीस यानी ASF भी बढ़ने वाली है, तो वहीं 1 अप्रैल से डोमेस्टिक फ्लाइट्स के लिए एविएशन सिक्सोरिटी फीस भी 200 रुपये तय की गई है जो फिलहाल 160 रुपये है, जबकि इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए फीस 5।2 डॉलर से बढ़कर 12 डॉलर हो जाएगी। नई दरें एक अप्रैल 2021 से लागू हो जाएंगी, जिससे हवाई सफर का महंगा होना तय है।
छत्तीसगढ़ पर क्या पड़ेगा असर : 1 अप्रैल से देशभर में होने जा रही कीमतों के इजाफे का सीधे तौर पर छत्तीसगढ़ पर भी प्रभाव पड़ेगा। जानकारों की माने तो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट और वित्त मामलों के जानकार अमित चिमनानी कहते हैं कि छत्तीसगढ़ की आर्थिक स्थिति पहले से ही बदतर है। सरकार कर्ज के बोझ तले दबी हुई है, जिसका असर आने वाले समय में आम जनता पर पड़ना है। सरकार ने अपने राजस्व प्राप्तियों को सीमित कर लिया है। राजस्व में बढ़ोतरी का या नए राजस्व के लिए सरकार बिल्कुल भी प्रयासरत नहीं है, जिससे देशव्यापी इन फैसलों का छत्तीसगढ़ पर कुछ ज्यादा ही असर पड़ेगा। क्योंकि पहले से ही राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 25 फेस सेस लगाकर लोगों पर आर्थिक बोझ डाला हुआ है।
सत्ताधारी दल की दलील : 1 अप्रैल से महंगाई को लेकर देशव्यापी असर का छत्तीसगढ़ पर भी असर पड़ना तय है। मगर सत्ताधारी दल कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला की माने तो छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने आर्थिक मामलों में देश के समक्ष बेहतरीन उदाहरण पेश किया है, जिस वजह से साल 2020 के लॉकडाउन के समय में भी छत्तीसगढ़ ने देशभर से बेहतर कार्य का मिशाल और आर्थिक मामलों में छत्तीसगढ़ अग्रिम श्रेणी में रहा और इस महंगाई का भी छत्तीसगढ़ में कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं यह भी कहा कि महंगाई की वजह सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार है। राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में जो भी कुछ है वह उसे बेहतर ढंग से नियंत्रित कर रहे हैं।
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