जगदलपुर। दो वर्ष पूर्वे जगदलपुर से शुरू हुई हवाई सेवा के बाद अनियमित उड़ान के कारण एयर ओडिशा का लाइसेंस रद्द करने के बादअब तक लोगों के टिकट के पैसे वापस नहीं मिले हैं। इतने लम्बे अंतराल के बाद लोगों ने एयर ओडिशा से टिकट के पैसे मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एयर ओडिशा ने जगदलपुर से रायपुर और विशाखापट्टनम जाने वाले शहर के करीब दो सौ से अधिक लोगों के पैसे वापस नहीं किए हैं। जगदलपुर शहर के दो सौ यात्रियों के लगभग 5 लाख रुपये वापस किए जाने थे। लेकिन आज दो साल बाद भी लोगों को रकम वापस नहीं मिल सकी है। दरअसल एयर ओडिशा का लाइसेंस रद्द होने के बाद कंपनी ने अपनी वेबसाइट ही बंद कर दी। ऐसे में लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि आखिर उन्हें पैसे कहां से वापस मिलेंगे। एयर ओडिशा की सेवा बंद होने के बाद कुछ समय तक जहां वेबसाइट ब्लॉक रही, वहीं अब पब्लिक डोमेन पर एयर ओडिशा की कोई वेबसाइट ही नजर नहीं आ रही है। लोग इंटरनेट पर किसी भी तरह से एयर ओडिशा से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई भी संपर्क नहीं मिल पाने से अब लोगों ने रुपए रिफंड पाने की उम्मीद ही छोड़ दी है।कुछ यात्री एलायंस एयर से एयर ओडिशा के टिकट का रिफंड मांगने भी पहुंचे थे जिन्हें समझा-बुझाकर कर्मचारियों ने वापस भेज दिया।
कुछ लोगों ने अब एयर ओडिशा के विरूध्द आपराधिक मामला दर्ज करने की तैयारी कर ली है। शहर के मोती तालाब पारा के रहने वाले राहुल सिंह, सद्याम रहीम, कुम्हारपारा के इदरीश कुरैशी,क्रिस्टोफर दास, धरमपुरा के साधूराम विश्वकर्मा, वासुदेव मंडल, सुधीर कुमार ने बताया कि दो सौ से ज्यादा लोगों के 05 लाख रुपए की रकम रिफंड करने के लिए कंपनी ने दो साल से ज्यादा समय लगा दिया और अब कंपनी ही बंद कर दी गई है। ऐसे में यात्रा करने के लिए टिकट लेने वालों के साथ धोखा किया गया है।
सहायक कलेक्टर और एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी चंद्रकांत वर्मा ने बताया कि इस पर कार्रवाई राज्य और केंद्र सरकार की ओर से की जा सकती है। हम केवल एयरपोर्ट चलाने के लिए राशि ही दे रहे हैं। इसके अलावा डीजीसीए और एएआई ही इसे चला रहे हैं। उनके स्तर पर ही कोई कार्रवाई की जा सकती है।