अहमदाबाद। शहर के एक अवैध रासायनिक कारखाने में आग लगने से हुए बड़े हादसे के बाद फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) टीम ने आज कारखाने का निरीक्षण किया। एफएसएल टीम ने आग लगने और विस्फोट होने के कारणों की जांच की। इसी बीच कारखाने के मालिका को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
गुरुवार को एफएसएल की एक टीम ने पिराना-पिपलाज रोड पर साहिल एंटरप्राइज नामक अवैध रूप से चल रहे कारखाने में रासायनिक विस्फोट की जांच शुरू की है। एफएसएल टीम ने जानने की कोशिश की कि रासायनिक कारखाने में विस्फोट कैसे हुआ और रसायन कहां थे।
बताया गया है कि जीपीसीबी और राज्य सरकार की जांच समिति के सदस्यों के आज घटनास्थल का दौरा करने की उम्मीद है। वर्तमान में मलबा हटाने का काम चल रहा है। दो जेसीबी मशीनों की मदद से पूरे मलबे को हटाया जा रहा है। फैक्ट्री चलाने वाले हितेश सुतारिया को नारोल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और थाने ले गई है। हितेश सुतारिया से पूछताछ की जा रही है।
सेक्टर 2 के जेसीपी गौतम परमार ने बताया कि साहिल एंटरप्राइज नामक कंपनी में एक रासायनिक विस्फोट हुआ था, जिसमें उत्प्रेरक बनाने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड और इथेनॉल-मेथनॉल जैसे दो से तीन रसायनों का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने बताया कि कंपनी का गोदाम बिट्टू भरवाड़ नाम के एक व्यक्ति का है और इसे हितेश सुतारिया नाम के व्यक्ति ने किराए पर लिया था। दस्तावेजी साक्ष्य और एफएसएल की राय के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जहां से रसायन लाया गया था, उसकी भी जांच सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर की जाएगी।
बुधवार दोपहर को पिराना-पिपलाज रोड पर साहिल एंटरप्राइज नामक एक रासायनिक कारखाने में कल दोपहर विस्फोट के बाद आग लग गई थी। आग पर काबू पाने के लिए 24 दमकल वाहनों को लगाया गया था। विस्फोट के कारण कपड़ा गोदाम सहित 3-4 गोदामों की छतें ढह गईं थी। इन नौ गोदामों में 25 लोग फंसे थे, जिनमें से 12 की मौत हो गई थी।
पीएम मोदी के ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने उच्च अधिकारियों को जांच करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की थी। (हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved