श्योपुर: नामीबिया (Namibia) से लाये गए चीतों का भारत में जमकर स्वागत किया गया. चीतों का नया घर मध्य प्रदेश का कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) है. फिलहाल इन चीतों को 12 KM के क्षेत्र में तैयार किए गए बाड़े में रखा गया है. भारत लाए गए चीतों में 5 मादाएं और 3 नर शामिल हैं. नामीबिया से भारत में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की धरती कूनों में आने के बाद अब इनका नामकरण भी हो गया है. इनमें से एक का नाम पीएम मोदी ने भी रखा है.
मोदी ने अपने जन्मदिन यानी 17 सितम्बर को खुद बाड़े का गेट खोलकर कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों का स्वागत किया. नए परिवेषण में आने के बावजूद भी सभी चीते स्वस्थ हैं और घूम फिर रहे हैं. सभी चीतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गांव वालों को चीता मित्र बनाकर तैनात कर दिया गया है.
कूनों में आए 8 चीतों के नाम ओबान, फ्रेडी, सावन्नाह, आशा, सिबली, सैसा और साशा हैं. इन में से एक मादा चीते का नाम PM मोदी ने ‘आशा’ रखा है. अन्य 7 चीतों के नाम नामीबिया में ही रखे गए थे. नामीबिया से भारत लाने की प्रक्रिया में इस बात का खास ख्याल रखा गया था कि सभी खली पेट यात्रा करें जिससे उन्हें किसी तरह की परेशनी का सामना न करना पड़े, लेकिन अब ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. सभी चीतों के खाने का खास खयाल रखा जा रहा है.
कूनो नेशनल पार्क में उनके भोजन के लिए चीतल, सांभर, नीलगाय, जंगली सुअर, चिंकारा, चौसिंघा, ब्लैक बक, ग्रे लंगूर, लाल मुंह वाले बंदर, शाही, भालू, सियार, लकड़बग्घे, ग्रे भेड़िये, गोल्डेन सियार बिल्लियां, मंगूज जैसे कई जीवों पार्क में हैं. इनका शिकार कर चीते आसानी से अपना पेट भर सकते हैं. हालांकि अभी तक उन्होंने कोई शिकार किया है की नहीं इस बात की जानकारी नहीं आ पाई है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved