भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने कहा कि देश में 1975-77 में आपातकाल (Emergency) के दौरान की गई ज्यादतियों और दमन का विरोध करने वालों की ओर से की गई लड़ाई को समझाने वाला एक अध्याय राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम (School Curriculum) में शामिल किया जाएगा. सीएम यादव ने बुधवार को आपातकाल के खिलाफ संघर्ष में भाग लेने वाले ‘लोकतंत्र सेनानियों’ के लिए कई अतिरिक्त सुविधाओं की भी घोषणा की. देश में लागू किए गए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ 25 जून को थी.
इस दौरान सीएम यादव ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को आपातकाल के दौरान संघर्ष से अवगत कराने के उद्देश्य से देश में व्याप्त परिस्थितियों, दमन और तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा उठाए गए कठोर कदम का विरोध करने के लिए लोकतंत्र सेनानियों के दृढ़ संकल्प पर एक पाठ स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने भोपाल स्थित अपने आवास पर आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालों की सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही.
सीएम ने कहा कि आपातकाल 21 महीने तक चला था, जिसमें नागरिक स्वतंत्रता का हनन, असहमति का दमन और लोकतांत्रिक सिद्धांतों का हनन हुआ था. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को तीन दिन तक सरकारी अतिथि गृह में ठहरने की सुविधा 50 प्रतिशत छूट पर दी जाएगी. उन्हें राजमार्ग पर टोल चुकाने में भी छूट मिलेगी.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved