पटना: बिहार में चल रहे लैंड सर्वे के बीच अलग-अलग इलाकों में जमीन विवाद से जुड़े भी कई मामले सामने आ रहे हैं. इसी क्रम में पटना से सटे बिहटा के कंचनपुर गांव में कब्रिस्तान की जमीन को लेकर ग्रामीण और प्रशासन के बीच ठन गई है. दरअसल गांव के हिंदू पक्ष का आरोप है कि प्रशासन कब्रिस्तान की 15 डिसमिल जमीन के बदले एक एकड़ 15 डिसमिल जमीन की घेराबंदी करने में जुटा है. मौके पर स्थिति तनावपूर्ण होते देख पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. बता दें, सोमवार को बिहटा के कंचनपुर गांव में आज उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब ग्रामीणों ने प्रशासन का विरोध करना शुरू कर दिया.
दरअसल इस गांव में 8 से 10000 की संख्या में हिंदुओं की आबादी है. हिंदू पक्ष का आरोप है कि पटना जिला प्रशासन जानबूझकर मुस्लिम समुदाय के पक्ष में काम कर रहा है और पहले से 15 डेसिमल कब्रिस्तान की जमीन को एक एकड़ 15 डिसमिल बताकर उसकी घेराबंदी करवा रहा है. गांव के लोगों का कहना है कि 1 एकड़ गैर मजरवा आम जमीन जिसका हिंदू मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग उपयोग करते थे. उस जमीन को कब्रिस्तान की जमीन में तब्दील किया जा रहा है. गांव के लोग इसके लिए अपने पक्ष में कागजात भी दिख रहे हैं.
ग्रामीणों के विरोध के बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई. काफी देर तक काम भी रुका रहा. ग्रामीणों ने दानापुर एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाया है. ग्रामीणों की माने तो दानापुर एसडीएम ने जायज तरीके से अपनी बात और मांग रखने पर उन्हें गिरफ्तारी से लेकर गोली मारने तक की धमकी दी है. ग्रामीण रितेश कुमार , प्रसून कुमार , मनीष कुमार , जागेश्वर शर्मा, भोला प्रसाद, सुफल कुमार, सतेन्द्र शर्मा की माने तो यह सारा मामला पटना उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. ग्रामीणों की तरफ से प्रशासन से यह मांग की गई थी कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आता है तब तक इस बारे में प्रशासन आनंद-खनन में कोई फैसला ना करें.
ग्रामीण यह भी कह रहे हैं कि हाईकोर्ट का जो भी फैसला आएगा वह उन्हें मान्य होगा. वहीं हालात तनाव पूर्ण होते देख मौके पर पहुंचे दानापुर डीएसपी पंकज कुमार ने इस पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस तरीके से दी. डीएसपी पंकज कुमार से जब ग्रामीणों के विरोध और चारदीवारी निर्माण का काम रोके जाने पर पूछा गया तब उन्होंने काम बंद होने की बात से इनकार किया.
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