इन्दौर। साड़ू माटी (Saadu Mati) के साथ अपने मन में श्रीगणेश मंत्रों (Shri Ganesh Mantras) का जाप करते हुए अपनी माटी अपने गणेश अनूठी कार्यशाला शहर(City) में विभिन्न स्थानों पर श्रद्धा और भक्ति के साथ लगाई गई।
निशुल्क रुप से कार्यशाला में श्री गणेश निर्माण का प्रशिक्षण देवेन्द्र अत्रे द्वारा दिया गया। यह कार्यशाला भारतीय एकेडमी परिसर (Indian Academy Campus) , रफ्रिजरेशन एसोसिएशन, (Refrigeration Association) नर्मदा भवन गोयल नगर, द्वारकापुरी नर्मदा भवन ट्रस्ट में आयोजित की गई। अत्रे ने बताया कि वे पिछले सात सालों से माटी के गणेशजी बना रहे है, इसके पीछे कोई भी आर्थिक हित नहीं रहता। एक गणेश प्रतिमा बनाने में 35 से 40 मिनट का समय लगता है और यह साड़ू माटी यानी चार प्रकार की मिट्टियों के मेल से बनाई जाती है। पिछले सात दिनों से लग रही इन कार्यशालाओं में सैकड़ों प्रतिमाएं बच्चों ने भी अपने हाथों से बनाईं और मंगल मूर्ति को श्रद्धा के साथ आकार दिया। अब वे अपने घरों में मूर्तियों में स्थापना कर पूजन-अर्चन करेंगे। बच्चों और महिलाओं ने संकल्प लिया कि भविष्य में भी वे घरों में माटी के गणेशजी स्थापित करेंगे।
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