भोपाल। मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज फिर बदल गया है। आसमान पूरी तरह साफ होने के बाद सर्दी एक बार फिर जोर पडऩे लगी है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के साथ ही अरब सागर से अंचल में आ रही नमी के चलते शनिवार सुबह प्रदेश के अधिकांश शहरों में कोहरा रहा। दिन चढऩे पर तेज धूप भी निकली, लेकिन सूरज की तपिश में नरम रही और लोग ठंड से बचने के लिए धूप सेकते नजर आए।
बता दें कि मध्यप्रदेश में बीते चार दिनों तक आसमान में बादल छाए रहे और कई इलाकों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। बादलों के प्रभाव से सर्दी का असर कम हो गया था और लोगों को गर्मी का असहास होने लगा था, लेकिन पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर चक्रवाती घेरा बनने के साथ ही सिक्किम से लेकर समूचे एमपी से टर्फ लाइन गुजरने के कारण मौसम में बदलाव लगातार देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटों के दौरान बादलों की आवाजाही बनी रहने से दिन का तापमान 25 से 26 डिग्री के आसपास बना रहेगा वहीं रात के पारे में भी गिरावट देखने को मिल सकती है।
राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में शनिवार सुबह लोग घरों से बाहर निकले तो कोहरा छाया हुआ था। सुबह साढ़े पांच से साढ़े सात बजे तक कोहरे के चलते दृश्यता एक हजार मीटर रहने से सडक़ पर वाहन दौड़ा रहे वाहन चालकों को हेडलाइट का सहारा लेना पड़ा। वहीं सुबह आठ बजे सूरज निकलने के बाद कोहरा छंटते ही दृश्यता डेढ़ हजार मीटर पर जा पहुंची, जिससे लोगों को राहत मिली। रोजाना की अपेक्षा दिन चढऩे के बाद भी सूरज की तपिश से तेजी गायब थी, जिसके कारण सुबह दस बजे तक लोग हल्की ठंड महसूस करते दिखे। लेकिन 11 बजे के बाद सूरज की तपिश ने अपना असर दिखाना शुरू किया तो सर्दी गायब होती दिखी।
मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय ने बताया कि अंचल में एक साथ तीन सिस्टम सक्रिय है लेकिन ये तीनों ही सिस्टम हवा व नमी नहीं मिल पाने के कारण अपना असर नहीं दिखा पा रहे हैं। वहीं रात गहराते ही मैदानी इलाकों से आने वाली हवा का साथ मिलने के बाद रात का पारा गिरने से सर्दी जोर पकड़ती दिखेगी। मौसम वैज्ञानिक उपाध्याय ने बताया कि आगामी 24 घंटों के दौरान मौसम में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।अंचल में एक साथ तीन सिस्टम जरुर सक्रिय हंै लेकिन तीनों सिस्टमों की तीव्रता कम होने के कारण सिस्टम का अधिक असर शहर में देखने को नहीं मिलेगा। दोपहर बाद हल्के बादल छाएंगे वहीं रात में नमी व हवा का असर होने से रात के पारे में गिरावट होने से सर्दी बढ़ेगी।(हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved